Business

कोयला मंत्रालय ने कहा कि कोयले को आपूर्ति केंद्र तक ले जाने के लिए 19 नए प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे

कोयला मंत्रालय ने कहा कि कोयले को आपूर्ति केंद्र तक ले जाने के लिए 19 नए प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे

कोयला मंत्रालय ने कहा कि कोयले को आपूर्ति केंद्र तक ले जाने के लिए 19 नए प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे

केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि सरकारी स्वामित्व वाली कोयला कंपनियों सीआईएल और एससीसीएल की फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी वाली 19 अतिरिक्त परियोजनाएं वर्ष 2026-27 तक शुरू की जाएंगी। फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी) का आशय कोयला को खदान के निकासी स्थल से उसे आपूर्ति वाले केंद्र तक पहुंचाने से है। प्रेषण बिंदु यानी आपूर्ति केंद्र पर पहुंचने के बाद कोयले को गंतव्य स्थल तक भेजा जाता है।

कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) और सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) के लिए 33 करोड़ टन ढुलाई क्षमता वाली 19 नई एफएमसी परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इन परियोजनाओं को वर्ष 2026-27 तक पूरा किया जाएगा। कोयला मंत्रालय पहले से ही 18,000 करोड़ रुपये मूल्य की 55 एफएमसी परियोजनाएं संचालित कर रहा है। इनमें से 9.55 करोड़ टन प्रति वर्ष की वहन क्षमता वाली आठ परियोजनाएं शुरू की जा चुकी हैं जबकि बाकी परियोजनाएं वर्ष 2024-25 तक चालू होंगी।

कोयला खदानों से कोयले की पर्यावरण-अनुकूल निकासी सुनिश्चित करने के लिए सरकार राष्ट्रीय कोयला लॉजिस्टिक योजना के विकास पर काम कर रही है। इनमें खदान के नजदीक रेल पटरियां बिछाने के अलावा कोयला क्षेत्रों में रेल नेटवर्क स्थापित करने पर जोर दिया गया है। कोयला मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2024-25 तक 1.31 अरब टन कोयले का वार्षिक उत्पादन करने का लक्ष्य रखा है। खदानों से निकले कोयले को किफायती दर एवं सुविधाजनक ढंग से गंतव्य तक पहुंचाना इस दिशा में एक अहम कदम होगा।

Ministry of coal said 19 new projects will be started to take coal to the supply center

Join Our Newsletter

Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero