पटना। केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सोमवार को कहा कि देश में सभी अल्पसंख्यक समूह दुनिया के अन्य जगहों के मुकाबले कहीं ज्यादा सुरक्षित हैं। बिहार में भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान राय ने उक्त बात राजद के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी की एक हालिया टिप्पणी के जवाब में कही, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘‘देश में माहौल’’ के कारण वह चाहते हैं कि उनके बच्चे विदेश में ही बस जाएं। राय ने कहा कि सभी अल्पसंख्यक समूह जिसमें सिद्दीकी जिस ओर इशारा कर रहे हैं, वे भी शामिल हैं, दुनिया में कहीं और से ज्यादा देश में सुरक्षित हैं।
भाजपा की बिहार इकाई के पूर्व अध्यक्ष राय ने कहा, ‘‘मैं केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में पूरी जिम्मेदारी के साथ यह कह रहा हूं। राय के अनुसार राजद और उसकी सहयोगी कांग्रेस सहित अन्य पार्टियां ‘‘चुनावी लाभ के लिए समाज के कुछ वर्गों की सहानुभूति पाने के लिए’’ अल्पसंख्यकों को धमकाने की बात करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इसे कहते हैं तुष्टीकरण की राजनीति। यह तुष्टिकरण की राजनीति थी जो देश के विभाजन का कारण बना। यह पूछे जाने पर कि क्या महात्मा गांधी भी तुष्टिकरण की राजनीति के दोषी थे, केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गांधी जी नहीं, बल्कि पाकिस्तान पर शासन करने वालों और खंडित भारत में सत्ता हासिल करने के लिए लोग ऐसी राजनीति कर रहे थे।
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अपनी ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ के दौरान दिए गए भाषणों में सशस्त्र बलों को कमजोर करने का भी आरोप लगाया और दावा किया कि ‘‘चीन और पाकिस्तान जैसे शत्रुतापूर्ण पड़ोसियों ने महसूस किया है कि यह 1960 के दशक का भारत नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोई भी शक्ति हमारे साथ युद्ध करने की हिम्मत नहीं करेगी। यदि युद्ध होता भी है तो परिणाम भारत के पक्ष में होगा। भाजपा के साथ अगस्त में रिश्ता तोड़कर महागठबंधन का हिस्सा बने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए राय ने कहा कि हमें पता चला है कि वह एक और यात्रा निकालने जा रहे हैं।
ये हथकंडे इस बात की पुष्टि करते हैं कि उनका गवर्नेंस ट्रैक रिकॉर्ड दयनीय रहा है।’’ यह पूछे जाने कि उनकी पार्टी लंबे समय से जदयू के शीर्ष नेता नीतीश की सहयोगी रही है और उनपर बिहार में विकास लाने के लिए प्रशंसा की बौछार करती रही थी, भाजपा नेता ने कहा कि जिन सभी क्षेत्रों कोई सुधार हुआ है, वह हमारी पार्टी के पास रहे विभागों में हुआ है। सारण जिला में जहरीली शराब त्रासदी के बाद नीतीश के ‘‘पियोगे तो मरोगे’’ की टिप्पणी और बाद में प्रदेश में सत्ताधारी महागठबंधन के नेताओं द्वारा एनएचआरसी द्वारा मामले का संज्ञान लिए जाने पर नाराजगी जताए जाने की भी केन्द्रीय मंत्री ने आलोचना की।
राय ने यह भी आरोप लगाया कि नीतीश ‘‘बिहार में चल रही राष्ट्रविरोधी गतिविधियों’’ पर नरम रहे हैं और अपनी बात की पुष्टि के लिए स्कूली परीक्षा के एक प्रश्नपत्र में कश्मीर का एक अलग देश के रूप में उल्लेख किए जाने का उदाहरण दिया। जदयू के शीर्ष नेता नीतीश द्वारा बार-बार यह कटाक्ष किए जाने कि भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा दिखाए गए समावेशिता से भटक गई है, राय ने कहा कि उन्हें अटल जी की कुछ कविताएँ पढ़नी चाहिए। वह सीखेंगे कि नेता किस चीज के लिए खड़ा होता है।
Minorities are secure in india than elsewhere says minister of state for home nityanand rai
Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero