नाटो देश पर मिसाइल हमले से पूरी दुनिया सहम गई, कैसे पोलैंड धीरे-धीरे युद्ध का नया फ्लैशपॉइंट बन गया
दुनिया में तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका फरवीर 2022 में उस वक्त से शुरू हो गई है जब से रूस ने यूक्रेन पर भीषण हमला शुरू किया है। अब यूक्रेन पर रूस के लगातार मिसाइल हमलों के बीच पश्चिमी देशों के साथ उसका तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। यूक्रेन सीमा के पास हुए इस जोरदार हमले में पोलैंड के दो ग्रामीण मारे गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जी7 देशों की बाली में आपात बैठक बुलाई और कहा कि प्राथमिक जांच से पता चला है कि ये मिसाइल संभवत: रूस ने नहीं दागी थी।
नाटो सदस्य पोलैंड पर रूसी निर्मित रॉकेट गिरने और दो लोगों के मारे जाने के बाद यूक्रेन संघर्ष के अपने दायरे से इतर फैलने की संभावना तेज हो गई है। हालांकि पोलैंड पर गिरे रॉकेट को लेकर रूस ने अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। इंडोनेशिया में ग्रुप ऑफ 20 (जी20) के नेताओं की सभा में व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पूर्वी पोलैंड में विस्फोट और जनहानि पर नेताओं की बैठक बुलाई है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि उनका देश पोलैंड में मिसाइल हमले की रिपोर्टों पर तत्काल गौर कर रहा है और सहयोगियों का समर्थन करेगा कि क्या हुआ था। सुनक ने कहा, "हम नाटो समेत अपने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ भी समन्वय कर रहे हैं।
दरअसल, यूक्रेन रूस-बेलारूस और पोलैंड के बीच बफर रहा है। लेकिन व्लादिमीर पुतिन के आक्रमण के बाद से बहुत कुछ बदल गया है। यहाँ बताया गया है कि कैसे युद्ध पोलैंड की ओर खिसक रहा है। अभी सवाल यह है कि क्या यूक्रेन संघर्ष अपनी सीमाओं पर फैल सकता है जैसा कि हमेशा डर लगता है? इस साल फरवरी में रूस के आक्रमण से पहले, यूक्रेन रूस और अमेरिका के प्रभुत्व वाले पश्चिमी सैन्य गठबंधन नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) के बीच एक रणनीतिक बफर था। लेकिन स्थिति तेजी से बदल रही है।
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