मोबाइल के इस्तेमाल से बढ़ रहा है Digital Eye Strain का खतरा, जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके
स्मार्टफोन, लैपटॉप जैसे डिजिटल डिवाइस मौजूदा समय में लोगों की एक आम जरूरत बन गए हैं। बच्चों से लेकर ऑफिस जाने वाले लोगों तक, घर पर रहने वाले लोगों से लेकर बूढ़ो तक, आजकल लगभग हर व्यक्ति अपने फोन पर कम से कम चार घंटे बिता रहा है। यह बात सुनने में भले ही सामान्य लगे, लेकिन फोन और लैपटॉप पर इतने घंटे बिताना काफी खतरनाक है। एक्सपर्ट्स कई बार बता चुके हैं और इस बात से लोग भी वाकिफ होंगे कि ज्यादा देर तक फोन और लैपटॉप का इस्तेमाल करने से आँखों पर काफी बुरा असर पड़ता है।
घंटों तक फोन और लैपटॉप का इस्तेमाल करने की वजह से लोगों को डिजिटल आई स्ट्रेन की समस्या हो सकती है। इस समस्या की वजह से लोगों की आँखों की रोशनी धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है। डिजिटल आई स्ट्रेन की समस्या आज के समय में बेहद आम हो गई है। इस समस्या से लोग खुद को बचा सकते हैं। चलिए जानते हैं कैसे?
डिजिटल आई स्ट्रेन के लक्षण
- नजर में धुंधलापन होना
- आंखों में खुजली की समस्या होना
- आंखों में सूजन होना
- आंखों में से पानी आना
डिजिटल आई स्ट्रेन से ऐसे करें बचाव
- लैपटॉप और फोन की नीली रोशनी आँखों को काफी नुकसान पहुँचाती है, इसलिए रात में समय खासकर अँधेरे में इनका इस्तेमाल करने से बचें।
- लैपटॉप और फोन की नीली रोशनी से आँखों को बचाने के लिए ब्लू लेंस वाला चश्मा पहन सकते हैं।
- लैपटॉप या फोन को इस्तेमाल करते समय आँखों से कम से कम 1 फीट की दूरी जरूर रखनी चाहिए।
- इसके अलावा आप 20-20-20 का रूल भी आजमा सकते हैं।
क्या है 20-20-20 रूल?
डिजिटल आई स्ट्रेन से बचाने के लिए 20-20-20 रूल काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें आपको लैपटॉप या फोन का इस्तेमाल करते समय हर 20 मिनट में कम से कम 20 सेकंड का ब्रेक लेना है। इस ब्रेक में आप अपने फ़ोन और लैपटॉप को 20 फ़ीट की दूरी पर रखें और इस दौरान स्क्रीन में बिलकुल भी ताका-झांकी न करें।
Mobile can increase digital eye strain risk know its symptoms and methods of prevention