बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय बाली में हैं। वहां पर जी20 देशों की बैठक चल रही हैं। इसी बीच बेंगलुरु टेक समिट में पहले से रिकॉर्ड किए गए संदेश के माध्यम से पीएम मोदी ने कहा कि महामारी के दौरान, कम डेटा लागत ने गरीब छात्रों को ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने में मदद की। वरना छात्र पूरे 2 साल शिक्षा से वंचित रह जाते। भारत प्रौद्योगिकी का उपयोग गरीबी के खिलाफ एक हथियार के रूप में कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत गरीबी के खिलाफ जंग में तकनीक को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने बेंगलुरु टेक समिट में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कहा कि भारत को अब लालफीताशाही के लिए नहीं जाना जाता, बल्कि इसकी पहचान निवेशकों को हर तरह की सुविधा देने वाले देश के रूप में है। प्रधानमंत्री ने उद्घाटन भाषण में कहा कि 2021 के बाद से यूनिकॉर्न स्टार्टअप की संख्या दोगुनी हो गई है। उन्होंने कहा, आपके निवेश और हमारे नवाचार से चमत्कार हो सकता है। आपका भरोसा और हमारी तकनीकी प्रतिभा मिलकर कुछ भी कर सकते हैं।
बेंगलुरु टेक समिट में पीएम मोदी ने कहा, "आपका निवेश और हमारा इनोवेशन चमत्कार कर सकता है। आपका भरोसा और हमारी तकनीकी प्रतिभा चीजों को संभव बना सकती है। मैं आप सभी को हमारे साथ काम करने के लिए आमंत्रित करता हूं क्योंकि हम दुनिया की समस्याओं को हल करने में अग्रणी हैं।"
Bengaluru is No 1 on India’s innovation index. Bengaluru is the home of technology. It is an inclusive and innovative city: PM Modi via a pre-recorded message at Bengaluru Tech Summit pic.twitter.com/NMJ743QjFa
— ANI (@ANI) November 16, 2022
बेंगलुरु टेक समिट में प्री-रिकॉर्डेड संदेश के माध्यम से पीएम मोदी ने कहा भारत ने इस वर्ष वैश्विक नवाचार सूचकांक में 40वीं रैंक की छलांग लगाई। 2015 में हम 81वें स्थान पर थे। भारत में यूनिकॉर्न स्टार्टअप की संख्या दोगुनी हो गई है, अब हम दुनिया में तीसरे सबसे बड़े हैं। यह भारत के टैलेंट पूल के कारण है। भारत के इनोवेशन इंडेक्स में बेंगलुरु नंबर 1 है। बेंगलुरु प्रौद्योगिकी का घर है। यह एक समावेशी और अभिनव शहर है।
Modi statement at bengaluru tech summit india made technology a weapon war against poverty
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