हिमाचल प्रदेश में मतदान से कुछ दिन पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को कहा कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) राज्य स्तर पर लागू की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी प्रतिद्वंद्वियों के विपरीत चुनावी वादे अच्छी तरह सोच समझकर करती है। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) है जो पुरानी पेंशन योजना से जुड़े मामले को ठीक से परखने के बाद संबंधित मुद्दों को हल करेगी।
नड्डा ने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश के लोग कांग्रेस को गंभीरता से नहीं लेते हैं क्योंकि यह कुछ भी और सब कुछ का वादा कर रही है। कांग्रेस ने कहा है कि सत्ता में आने पर वह पुरानी पेंशन योजना को फिर से शुरू करेगी। नड्डा ने माना कि हिमाचल प्रदेश में बागी एक कारक हैं। उन्होंने कहा कि 12 नवंबर को मतदान से पहले चुनाव प्रचार अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर रहा है और उसके साथ ही बागियों का प्रभाव निष्प्रभावी होता जा रहा है।
भाजपा प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी मुफ्त की सौगात देने में विश्वास नहीं करती है और लोगों को सशक्त बनाने की दिशा में काम करती है, न कि प्रलोभन देने में। नड्डा ने कहा, भाजपा में, हर चीज के लिए उचित मंथन किया जाता है। जब हम कुछ कहते हैं, तो राज्य के लोग समझते हैं। अपने घोषणापत्र में हमने वित्तीय जटिलताओं को परखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस जटिलताओं पर विचार किए बिना वादे कर रही है और इसलिए उसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।
नड्डा ने कहा, हम कोई मुफ्त उपहार नहीं देते हैं, हम हमेशा लोगों को सशक्त बनाते हैं। सशक्तीकरण और प्रलोभन के बीच एक बहुत पतली रेखा है और हम उचित मंथन करते हैं। हम सशक्तीकरण में विश्वास करते हैं। यह एक बार का निवेश है लेकिन यह समाज और राज्य को समग्र रूप से सशक्त बनाता है। भाजपा नेता ने कहा कि यूसीसी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और सत्ता में विराजमान पार्टी को देश को बहुत ही कुशल ढंग से चलाना होता है। नड्डा ने कहा, समाज में, हम सभी को अपनी जिम्मेदारियों को निभाना होगा। हमने इस मुद्दे को राज्य दर राज्य लिया है और इसे हिमाचल प्रदेश के घोषणापत्र में शामिल किया है।
हम इसे राज्य स्तर के माध्यम से लागू कर रहे हैं। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, मैं लोगों से भाजपा को वोट देने का आग्रह करता हूं क्योंकि समाज के हित में, राज्य के हित में और उनके स्वयं के हित में यह समय की जरूरत है। भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि उनकी पार्टी की हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ गुजरात में भी बहुत अच्छी स्थिति है और वह विजयी होगी। उन्होंने कहा कि आत्मसंतोष की कोई गुंजाइश नहीं है और पार्टी के प्रदर्शन से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। नड्डा ने कहा, हम हर चुनाव को बहुत गंभीरता से लेते हैं।
हम अतिरिक्त दबाव नहीं लेते हैं और किसी भी राज्य में अपने प्रदर्शन से समझौता नहीं करते हैं। हर लड़ाई बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन हम सहज हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश में सत्ता समर्थक लहर दिख रही है और राज्य में विरोध का माहौल नहीं है।’’ नड्डा ने कहा, ‘‘इसका मतलब यह हुआ कि लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास और समर्थन को स्वीकार किया है तथा यह भी माना है कि मुख्यमंत्री जयराम जी ने बिना शोर के जमीनी स्तर पर काम किया है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा देश में नए प्रतिमान स्थापित कर रही है और अब समय आ गया है कि हिमाचल प्रदेश अपनी मौजूदा सरकार को न दोहराने की परंपरा को बदले। नड्डा ने कहा, राज नहीं, रिवाज बदलेगा और यह हिमाचल प्रदेश के लिए रिवाज को बदलने का समय है, जैसा कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और गोवा ने मौजूदा सरकारों को दोहराकर किया है।
उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी हमला करते हुए पूछा कि वह भारत को तोड़ रहे हैं या जोड़ रहे हैं, क्योंकि उन्हें देश को तोड़ने और आतंकवादियों के साथ सहानुभूति रखने वालों के साथ देखा गया है। नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए और कई बार प्रायश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘अफ़ज़ल गुरु की मौत की सजा पर जेएनयू में नारे लगे थे और वो नारे उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश तथा भारत के राष्ट्रपति के खिलाफ थे, लेकिन राहुल गांधी ने जेएनयू में एक रैली की जहाँ भारत को टुकड़े-टुकड़े करने के नारे लगाए गए।
आप जोड़ रहे हैं या तोड़ रहे हैं? उन्हें राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए।” भाजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि बा?टला हाउस मुठभेड़ के बाद कांग्रेस नेताओं ने आतंकवादियों के लिए दुख और सहानुभूति व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, आपको एक बार नहीं, बल्कि कई बार प्रायश्चित करना चाहिए। यहां तक कि अनुच्छेद 370 के लिए भी कांग्रेस को प्रायश्चित करना चाहिए क्योंकि यह जवाहरलाल नेहरू की देन था।
हिमाचल प्रदेश के रहने वाले नड्डा ने कहा कि वह कभी किसी पद के लिए लालायित नहीं रहे और अपने गृह राज्य में राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं रखते। उन्होंने कहा, मैंने कभी अपने लिए कोई जगह नहीं बनाई। मैं कभी महत्वाकांक्षी नहीं रहा और मैंने हमेशा मुझे दिए गए काम पर ध्यान केंद्रित किया। मैं जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि मैंने कभी कुछ नहीं मांगा। मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। पार्टी ने मुझे इतने महत्वपूर्ण पद पर पहुंचाया है। नड्डा ने कहा कि उन्होंने संगठन की सेवा करने के लिए विगत में सरकार छोड़ दी थी।
Nadda said uniform civil code to be implemented through states
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