‘विपक्षी एकता के प्रयास में नीतीश कुमार विफल’, सुशील मोदी बोले- काले झंडे, हमलों के डर से CM ने सभाओं से किया परहेज
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा निकाल रहे है। हालांकि, इसको लेकप भाजपा उनपर हमलावर है। एक बार फिर से भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार काला झंडा दिखाये जाने या जूता-चप्पल फेंक कर विरोध प्रकट किये जाने के डर से अपनी यात्रा के दौरान कोई सभा नहीं करने वाले हैं। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि वे जनता से दूर रह कर केवल बंद कमरों में अफसरों से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि वे विधानसभा के बजट सत्र के बाद देश की यात्रा पर निकलने के लिए 300 करोड़ रुपये के 12-सीटर जेट विमान का इंतजार कर रहे हैं। यह विमान बिहार जैसे गरीब राज्य के पैसे से खरीदा जाना है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जब नीतीश कुमार को कोई नेता मान ही नहीं रहा है, कोई राज्य उन्हें बुला नहीं रहा है, तब वे जेट विमान से जाएँगे कहाँ? मोदी ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और तेलंगाना में केसीआर न नीतीश कुमार को नेता मान रहे हैं , न वे इन क्षेत्रीय दलों के प्रमुखों को एक साथ ला सके। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और मायावती कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ने को तैयार नहीं हुए। भाजपा नेता ने साफ कहा कि मोदी ने कहा कि जब नीतीश कुमार की विपक्षी एकता की मुहिम फ्लॉप हो चुकी है, तब वे देश-भर की यात्रा पर क्यों जाना चाहते हैं?
इससे पहले भाजपा नेता ने कहा था कि नीतीश कुमार इसलिए यात्रा पर निकल रहे हैं कि उन्हें तुरत कुर्सी न छोड़नी पड़े। वे किसी न किसी बहाने 2025 तक तेजस्वी यादव की ताजपोशी टालते रहेंगे। उन्होंने कहा था कि पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह मुख्यमंत्री के प्रति "शिखंडी, नाइट-वॉचमैन, तानाशाह" जैसे शब्दों का प्रयोग कर पद छोड़ने का दबाव बना रहे हैं। राजद ने अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह के खिलाफ यदि देर से कोई कार्रवाई हुई भी, तो सिर्फ दिखावा होगी।
Nitish kumar failed in the effort of opposition unity says sushil modi