बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बोधगया में तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा से मुलाकात की। दलाई लामा दो साल के अंतराल के बाद यहां आए हैं। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित दलाई लामा यहां तिब्बती मठ में ठहरे हुए हैं। नीतीश कुमार अपराह्न करीब 12:40 बजे तिब्बती मठ पहुंचे। उनकी मुलाकात करीब आधा घंटा चली। इस मुलाकात के बाद, नीतीश कुमार महाबोधि मंदिर गए। कहा जाता है कि भगवान बुद्ध को वहीं ज्ञान प्राप्त हुआ था। अति महत्वपूर्ण लोगों के आगमन के मद्देनजर मंदिर को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे।
मंदिर में पूजा करने के बाद कुमार ने कुछ समय प्रसिद्ध बोधि वृक्ष के पास बिताया, जिसके बारे में कहा जाता है कि बुद्ध ने वहां ध्यान किया था। इसके बाद उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हर साल, इस समय, बड़ी संख्या में लोग बोधगया आते हैं, जहां वे प्रार्थना करते हैं और प्रवचन सुनते हैं। सदियों पुरानी परंपरा का महामारी के कारण पिछले दो वर्षों से पालन नहीं किया जा सका... यह फिर शुरू हो गया है। हम दुनिया के अन्य हिस्सों में कोविड मामलों में वृद्धि को लेकर सतर्क हैं।
कुमार ने कहा, ‘‘मुझे बताया गया है कि बोधगया आने वाले लोगों की संख्या लाखों में है। यह हमारे लिए खुशी और गर्व की बात है। लेकिन हालिया तेजी (कोविड मामलों में) के कारण, अधिकारियों को विदेशी नागरिकों की जांच करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के निधन का दुखद समाचार सुना। सुबह, जैसे ही मुझे इस बारे में पता चला, मैंने शोक संदेश भेजा।
Nitish meets dalai lama worshipped at mahabodhi temple
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