देश के छह प्रमुख शहरों में बेहतर मांग के कारण इस साल कार्यालय स्थल की कुल मांग 52 प्रतिशत बढ़कर 5.01 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंचने की उम्मीद है। कोलियर्स इंडिया ने यह अनुमान लगाया गया है। कोलियर्स इंडिया के अनुसार, अगले साल कार्यालय स्थलों की मांग में घटकर 3.5 से 3.8 करोड़ वर्ग फुट रह सकती है। कोलियर्स के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में शीर्ष छह शहरों- बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, चेन्नई, हैदराबाद और पुणे में श्रेणी-ए (प्रीमियम) के कार्यालय स्थलों की पट्टे पर मांग 52 प्रतिशत बढ़कर 5.01 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंचने का अनुमान है।
2021 में कार्यालय स्थल की कुल मांग 3.3 करोड़ वर्ग फुट रही थी। कोलियर्स ने बयान में कहा कि दो साल के अंतराल के बाद, किरायेदार अपने भविष्य की कार्यस्थल की जरूरतों के बारे में आशान्वित हैं और देश के शीर्ष शहरों में पट्टे पर कार्यालय स्थल ले रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल बेंगलुरु में कार्यालय स्थल की मांग 66 प्रतिशत बढ़कर 1.63 करोड़ वर्ग फुट होने का अनुमान है। पिछले साल बेंगलुरु में कार्यालय स्थल की मांग 98 लाख वर्ग फुट रही थी।
चेन्नई में कार्यालय स्थल की मांग 28 लाख वर्ग फुट से बढ़कर 46 लाख वर्ग फुट तक पहुंचने का अनुमान है। यह 64 प्रतिशत की वृद्धि होगी। दिल्ली-एनसीआर में कार्यालय स्थल की मांग पहले के 63 लाख वर्ग फुट से 40 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 88 लाख वर्ग फुट हो सकता है। इस दौरान हैदराबाद में कार्यालय स्थल को पट्टे पर देने की गतिविधियां 59 लाख वर्ग फुट से 29 प्रतिशत बढ़कर 76 लाख वर्ग फुट हो जाने की संभावना है। वहीं मुंबई में कार्यालय स्थल की मांग 59 प्रतिशत बढ़कर 73 लाख वर्ग फुट होने का अनुमान है।
पिछले साल यह 46 वर्ग फुट रही थी। इसी तरह इस साल पुणे में कार्यालय स्थल की मांग 53 प्रतिशत बढ़कर 55 लाख वर्ग फुट पर पहुंच सकता है। 2021 में यह 36 लाख वर्ग फुट रहा था। कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रमेश नायर ने कहा, ‘‘वाणिज्यिक कार्यालय रियल एस्टेट के लिए 2022 का साल ऐतिहासिक होने की उम्मीद है। महामारी के बाद सहयोग, विचार-मंथन और एक गतिशील संस्कृति का निर्माण किसी भी कार्यस्थल के तीन स्तंभ हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले साल यानी 2023 में निर्णय लेने की रफ्तार सुस्त पड़ने से कार्यालय स्थल की मांग 3.5-3.8 करोड़ वर्ग फुट रह सकती है। इस शीर्ष छह शहरों में बेंगलुरु के बाद हैदराबाद में सबसे अधिक आपूर्ति देखने को मिल सकती है।
Office space demand expected to grow by 52 per cent in top six cities
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