सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) की विदेशी इकाई ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) ने रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में स्थित सखालिन-1 तेल एवं गैस क्षेत्रों में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी फिर से हासिल कर ली है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी कंपनी एक्सॉनमोबिल की एक क्षेत्रीय अनुषंगी एक्सॉन नेफटेगाज़ को पिछले साल अक्टूबर में भंग कर दिया था। यह कंपनी सखालिन -1 की परिचालक थी।
उन्होंने इस परियोजना और इसकी सभी परिसंपत्तियों एवं उपकरणों को एक नए परिचालक को हस्तांतरित कर दिया था। परियोजना की पूर्व शेयरधारक अन्य विदेशी कंपनियों-जापान के सोडेको गठजोड़ और ओएनजीसी विदेश से कहा गया कि परियोजना में अपनी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए वे रूस सरकार को आवेदन दें। एक अधिकारी ने बताया कि ओवीएल ने आवदेन दिया और उसे पहले के समान ही हिस्सेदारी वापस मिल गई है।
यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध की पृष्ठभूमि में रूस पर अंतरराष्ट्रीय पाबंदियां लगने और इसके जवाब में रूस के कदमों के चलते सखालिन-1 से उत्पादन अप्रैल, 2022 में बंद हो गया था। रूस ने परियोजना और इसका परिचालन रूस की तेल उत्पादक रोजनेफ्ट की क्षेत्रीय अनुषंगी को सौंप दिया था और अन्य विदेशी हिस्सेदारों को अपनी हिस्सेदारी फिर से पाने के लिए आवदेन देने को कहा था। सोडेको गठजोड़ को भी अपनी हिस्सेदारी वापस मिल गई है। हालांकि एक्सॉनमोबिल की हिस्सेदारी का क्या किया जाएगा इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। यूक्रेन में युद्ध शुरू होने से पहले सखालिन-1 से प्रतिदिन 2,20,000 बैरल तेल का उत्पादन हो रहा था।
Ongc videsh gets back 20 per cent stake in sakhalin i gas oil field
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