सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) की विदेश इकाई ओएनजीसी विदेश लि. ने रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र में स्थित सखालिन-1 के तेल एवं गैस क्षेत्र में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी फिर से लेने के लिये वहां के प्राधिकरण को आवेदन दिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका की प्रमुख तेल एवं गैस कंपनी एक्सॉन मोबिल की क्षेत्रीय अनुषंगी एक्सॉन नेफ्टेगाज को सखालिन-1 के परिचालक के रूप में हटा दिया था और परियोजना और उसकी संपत्तियां तथा उपकरण नये परिचालक को दे दिये।
परियोजना में पूर्व में विदेशी शेयरधारकों के रूप में जापान की सोडेको कंसोर्टियम और ओएनजीसी विदेश को परियोजना में हिस्सेदारी फिर से हासिल करने के लिये रूस सरकार के पास आवेदन करना होगा। ओएनजीसी ने शेयर बाजार को जुलाई-सितंबर तिमाही के वित्तीय परिणाम के साथ दी सूचना में कहा, ‘‘ओएनजीसी विदेश के निदेशक मंडल ने 18 अक्ठूबर, 2022 को हुई बैठक में कंपनी के सखालिन-1 में अधिकार के दावे को लेकर सहमति दे दी।’’ इसमें कहा गया है कि कंपनी परियोजना में हिस्सेदारी बनाये रखने की उम्मीद कर रही है।
उसे इस बदलाव को लेकर अधिकार और बाध्यताओं पर कोई बड़ा प्रभाव पड़ने की आशंका नहीं है। रूस ने सखालिन-1 में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी रूस की तेल उत्पादक कंपनी रोसनेफ्ट को दी है। रूस ने परियोजना में विदेशी हिस्सेदार...एक्सॉन मोबिल, सोडेको और ओएनजीसी विदेश...को परियोजना में अपनी शेयरधारिता फिर से प्राप्त करने के लिये नवंबर मध्य से पहले आवेदन करने को कहा है। सोडेको समूह ने हिस्सेदारी फिर से हासिल करने का निर्णय किया है।
वहीं एक्सॉन मोबिल ने कहा है कि संपत्ति जब्त होने के बाद वह पूरी तरह से सखालिन-1 से हट गयी है और उसकी परियोजना में फिर से शामिल होने की कोई योजना नहीं है। एक्सॉन नेफ्टेगाज के आपात परिस्थिति में परियोजना से हटने के बाद सखालिन-1 से उत्पादन मई में बंद हो गया। यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर लगी पाबंदियों के बीच एक्सॉन नेफ्टेगाज परियोजना से हटी थी।
Ongc videsh ready to take back stake in sakhalin 1
Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero