‘Galwan में हमारे जवानों ने वीरता दिखाई’, राजनाथ बोले- बाहर कुछ भी बोला जा सकता है लेकिन मैं जानता हूं क्या हुआ था
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंडमान निकोबार दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि अंडमान निकोबार कमान ने हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने, और हमारे समुद्री क्षेत्र को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2001 में स्थापना के बाद से अंडमान निकोबार कमान ने अपनी परिचालन क्षमता में वृद्धि की है। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना के अनुशासन से मैं हमेशा बहुत प्रभावित रहा हूँ। एक ऐसा परिवार, जहां अनुशासन ही संस्कार है, अनुशासन ही संस्कृति है। राजनाथ ने कहा कि इस अंडमान निकोबार की मिट्टी हमारे अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के खून से रंगी हुई है। विनायक दामोदर सावरकर, दीवान सिंह कालेपानी, बटुकेश्वर दत्त जैसे सैकड़ों सेनानियों की स्मृतियाँ यहाँ से जुड़ी है।
भाजपा नेता ने कहा कि 1859 के ‘एबरडीन वार’ में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले इस द्वीप के मूलनिवासियों के बलिदान की गाथा भी, यह द्वीप अनवरत गाता आ रहा है। उन्होंने कहा कि इन सभी बहादुरों के त्याग और बलिदान की खुशबू आज भी इस द्वीप में बिखरी हुई है। उन्होंने कहा कि गलवान में हमारे जवानों ने शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया। बाहर कुछ भी बोला जा सकता है लेकिन मैं जानता हूं कि कदम-कदम पर क्या हुआ। मैंने रिपोर्ट प्राप्त की और सैनिकों से बात की कि उन्होंने भारत-चीन गतिरोध में कैसे भाग लिया।
राजनाथ ने कहा कि अंडमान निकोबार कमान ने हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने, और हमारे समुद्री क्षेत्र को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 2001 में अपनी स्थापना के बाद से अंडमान एवं निकोबार कमान ने अपनी परिचालन क्षमता में वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि अंडमान निकोबार कमान ने कई अवसरों पर मानवीय सहायता, और आपदा राहत में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है, कि इन द्वीपों की, और हमारे विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र की सुरक्षा के लिए हमारे सैनिक हर पल सतर्क और तत्पर हैं। आखिरी में उन्होंने कहा कि नया वर्ष शुरू हुआ है। इस नये वर्ष पर आप सभी को शुभकामनाएँ देते हुए मैं अपना निवेदन समाप्त करता हूँ।
Our soldiers showed bravery in galwan says rajnath singh