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पाक सांसद ने सेना प्रमुख व प्रधान न्यायाधीश से हिरासत में प्रताड़ना की जांच की मांग की

पाक सांसद ने सेना प्रमुख व प्रधान न्यायाधीश से हिरासत में प्रताड़ना की जांच की मांग की

पाक सांसद ने सेना प्रमुख व प्रधान न्यायाधीश से हिरासत में प्रताड़ना की जांच की मांग की

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के एक सांसद ने मंगलवार को आरोप लगाया कि फौज और संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के अधिकारियों ने उन्हें ‘हिरासत में प्रताड़ित’ किया था। सांसद (सीनेटर) आज़म खान स्वाति (74) ने सेना प्रमुख और प्रधान न्यायाधीश से घटना की जांच की गुजारिश की ताकि लोगों को भविष्य में ऐसी घटनाओं का सामना न करना पड़े। स्वाति को सेना विरोधी ट्वीट करने के बादपिछले महीने महीने एफआईए ने गिरफ्तार किया था। उन्हें बाद में ज़मानत पर रिहा कर दिया गया था।

मगर उन्होंने इल्ज़ाम लगाया है कि उन्हें हिरासत में प्रताड़ित किया गया और उन्हें निर्वस्त्र किया गया। यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीनेटर ने घटना मेंकथित भूमिका के लिए सेना के दो अधिकारियों के खिलाफ अपने आरोपों को न सिर्फ दोहराया बल्कि एफआईए के अधिकारी का नाम भी लिया। संविधान की प्रति लहराते हुए उन्होंने कहा कि यह किताब कम से कम एक हजार लोगों पर लागू नहीं होती है।

सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की इस महीने होने वाली सेवानिवृत्ति के बारे में बात करते हुए स्वाति ने कहा, “ आपके पास सिर्फ 27 दिन बचे हैं। आप संविधान का पालन करें और एफआईए के साइबर अपराध के सहायक निदेशक अयाज़ को बुलाएं।” उन्होंने कहा कि एफआईए अधिकारी गाड़ी चला रहा था जो उन्हें अज्ञात स्थान पर ले गया और प्रताड़ना का गवाह है। सीनेटर ने आरोप लगाया, “ वे पूरे रास्ते मुझे पीटते रहे और जब मैं चीख रहा था तो एक शख्स वीडियो बनाने लगा। ” उन्होंने कहा कि इस बात की जांच की जानी चाहिए कि जब उन्हें निर्वस्त्र किया जा रहा था तो उनका ‘मज़ाक’ कौन उड़ा रहा था। उन्होंने प्रधान न्यायाधीश को उनके मामले को अदालत के मानवाधिकार प्रकोष्ठ को भेजने के लिए धन्यवाद दिया लेकिन मांग की है कि इंसाफ किया जाना चाहिए।

Pakistan mp demands probe into custodial torture from army chief and chief justice

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