मुंबई। घरेलू उड़ानों के यात्रियों की संख्या दिसंबर, 2022 में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत बढ़कर करीब 1.29 करोड़ पर पहुंच गई। हालांकि, यह आंकड़ा महामारी-पूर्व के स्तर यानी दिसंबर, 2019 के मुकाबले एक प्रतिशत कम है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इक्रा ने भारतीय विमानन उद्योग के लिए परिदृश्य को ‘नकारात्मक’ बनाए रखा है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह (अप्रैल-दिसंबर) की अवधि के दौरान घरेलू हवाई यात्री यातायात करीब 9.86 करोड़ रहा है जो सालाना आधार पर करीब 63 प्रतिशत अधिक है।
हालांकि, यह अप्रैल-दिसंबर 2019 के स्तर की तुलना में लगभग नौ प्रतिशत कम है। इक्रा ने कहा कि एक साल पहले की तुलना में एयरलाइन कंपनियों ने बीते महीने अपनी क्षमता (एक फीसदी से कम) बढ़ाई है जोकि कोविड-पूर्व के स्तर से करीब सात प्रतिशत कम है। इक्रा के अनुसार, घरेलू विमानन उद्योग दिसंबर, 2022 में अपनी क्षमता के लगभग 91 प्रतिशत पर परिचालन किया। दिसंबर, 2021 में यह 80 प्रतिशत और दिसंबर, 2019 में लगभग 88 प्रतिशत था। उसने उम्मीद जताई कि परिचालन के सामान्य होने के साथ ही 2022-23 में घरेलू यात्री यातायात में तेजी से सुधार होगा।
एजेंसी ने कहा कि घरेलू एयरलाइंस के लिए आय के लिहाज से पुनरुद्धार की गति कम होने वाली है क्योंकि विमान ईंधन के दाम बहुत बढ़ गए हैं जबकि डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट आई है। इक्रा के उपाध्यक्ष सुप्रियो बनर्जी ने कहा, ‘‘2022-23 में घरेलू यात्री यातायात में तेज पुनरुद्धार हो रहा है और महामारी का प्रकोप कम होने तथा परिचालन के सामान्य होने से इसमें मदद मिल रही है।’’ रिपोर्ट में कहा गया कि यात्री यातायात में तो ठीक सुधार होगा लेकिन उद्योग की आय में सुधार की गति मंद रहने वाली है और लागत बढ़ने की वजह से उद्योग को करीब 150-170 अरब रुपये का शुद्ध घाटा उठाना पड़ेगा। हालांकि यह 2021-22 में हुए 235 अरब रूपये के घाटे के मुकाबले कम है।
Passengers of domestic flights increased by 15 percent in december to 129 million
Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero