उद्योग मंडल पीएचडीसीसीआई ने बृहस्पतिवार को कहा कि आगामी बजट 2022-23 में स्वास्थ्य बजट में 30-40 प्रतिशत की वृद्धि की जानी चाहिए। उद्योग मंडल ने कहा कि देशभर में स्वास्थ्य सुविधाओं और बुनियादी ढांचे अधिक जरूरत है। पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष साकेत डालमिया ने आगामी आम बजट के लिए सुझाव देते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23 के बजट अनुमानों के बीच स्वास्थ्य के लिए कुल बजट में लगभग 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हमारा विशेष ध्यान स्वस्थ जीवन के लिए एक व्यापक अभियान पर होना चाहिए। यह देश के लिए एक स्वस्थ मानव संसाधन के निर्माण के लिए समय की मांग है।
उन्होंने कहा, ‘‘स्वस्थ जीवन के महत्व को स्कूल के पाठ्यक्रम में अनिवार्य रूप से शामिल किया जाना चाहिए। इसके साथ ही स्थानीय निकायों, मंडलों और संघों द्वारा मधुमेह तथा अन्य जीवन शैली संबंधी बीमारियों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। सिनर्जी एनविरोनिक्स के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय पोद्दार ने अगले बजट से अपनी उम्मीदों परकहा कि तेजी से और सटीक निदान सबसे प्रासंगिक मांग है।
यह प्रभावी स्वास्थ्य प्रबंधन की दिशा में संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने में मदद करने के अलावा रोगी के स्वास्थ्य में तेजी से वापसी करने में सक्षम होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमें देश में बहु-रोग डायग्नोस्टिक मंच, किफायती डायग्नोस्टिक्स और वेलनेस प्रमोशन की जरूरत है।’’ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अगले साल एक फरवरी को आम बजट 2023-24 पेश करने वाली हैं। मंत्रालय ने बजट पर सुझाव लेने के लिए विविध क्षेत्रों में विभिन्न हितधारकों के साथ कई दौर की चर्चा की है।
Phdcci demands 30 40 percent increase in health budget
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