केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को यहां कहा कि असम में एक जहाज मरम्मत केंद्र और एक समुद्री कौशल विकास केंद्र स्थापित किया जाएगा, जो जहाजों की समस्याओं को जल्दी सुलझाने और रोजगार पैदा करने में मदद करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल मार्ग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक दुनिया की सबसे लंबे क्रूज को हरी झंडी दिखाएंगे। इसी दिन वह गुवाहाटी के पांडु में दो केद्रों के निर्माण कार्य से संबंधित परियोजना की शुरुआत करेंगे।
सोनोवाल ने कहा, “नदी के किनारे अवसंरचनात्मक विकास के साथ-साथ क्रूज पर्यटन के विकास से भूटान, नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश जैसे देशों व (पूर्वोत्तर) क्षेत्र के पड़ोसी राज्यों को लाभ होगा क्योंकि वे मालवाहक जहाजों की आवाजाही के लिए बंदरगाहों का उपयोग कर सकेंगे।” उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनाया जाने वाला जहाज मरम्मत केंद्र निवेशकों के लिए “बहुत ही स्वागत योग्य कदम है क्योंकि अब मरम्मत के लिए जहाजों को कोलकाता ले जाना पड़ता है, जिससे चार से पांच महीने की देरी हो जाती है।” ‘एमवी गंगा विलास’ नामक क्रूज के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल में 50 पर्यटन स्थलों को कवर करते हुए 27 नदी प्रणालियों से होकर गुजरेगा और असम में प्रवेश करने से पहले यह पड़ोसी बांग्लादेश से होकर गुजरेगा।
Pm modi to launch project related to construction of ship repair center in assam
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