बाएं हाथ के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज प्रदोष रंजन पॉल के पहले प्रथम श्रेणी शतक से तमिलनाडु ने गुरुवार को यहां दिल्ली के खिलाफ रणजी ट्रॉफी ग्रुप बी मैच के तीसरे दिन पहली पारी में बढ़त हासिल की और अब उसकी नजरें जीत पर टिकी हैं। प्रदोष (124) के करियर के पहले शतक के अलावा ऑलराउंडर विजय शंकर (52) और पुछल्ले बल्लेबाज अश्विन क्राइस्ट (32) की उम्दा पारियों से तमिलनाडु ने पहली पारी आठ विकेट पर 427 रन बनाकर घोषित की। दिल्ली ने पहली पारी में 303 रन बनाए थे जिससे तमिलनाडु ने 124 रन की बढ़त हासिल की।
दिल्ली ने इसके जवाब में दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में अनुज रावत (14) का विकेट गंवाकर एक विकेट पर 28 रन बनाए। दिल्ली की टीम अब भी 96 रन से पीछे है। खराब रोशनी के कारण पहले तीन दिन 76, 75.1 और 70 ओवर का ही खेल हो पाया है। प्रदोष ने 212 गेंद की अपनी पारी में 16 चौके जड़े। उन्होंने अनुभवी विजय शंकर के साथ छठे विकेट के लिए 103 और अश्विन के साथ आठवें विकेट के लिए 88 रन की साझेदारी की। दिल्ली का अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण एक बार फिर अनुशासन के साथ गेंदबाजी नहीं कर पाया। इस मैच में दिल्ली के सबसे सीनियर गेंदबाज बाएं हाथ के स्पिनर विकास मिश्रा ने बुरी तरह निराश किया।
वह 111 रन देकर एक विकेट ही हासिल कर पाए। प्रदोष ने मिश्रा और ऑफ स्पिनर ललित यादव (50 रन पर एक विकेट) दोनों के खिलाफ कदमों का अच्छा इस्तेमाल किया। तेज गेंदबाज हर्षित राणा (121 रन पर तीन विकेट) और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज कुलदीप यादव (92 रन पर एक विकेट) ने भी तीसरे दिन के खेल के दौरान निराश किया। पहले प्रथम श्रेणी शतक के संदर्भ में प्रदोष ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए विशेष लम्हा है क्योंकि मैंने चार साल पहले पदार्पण किया था। मुझे अधिक मैच खेलने को नहीं मिले। मैंने उम्मीद की थी कि मैं जल्दी शतक बनाऊंगा लेकिन मैं बेहद खुश हूं।’’
मुंबई में सौराष्ट्र की टीम मुंबई के खिलाफ जीत से सिर्फ दो विकेट दूर है। सौराष्ट्र ने दूसरी पारी में निचले क्रम के बल्लेबाज धर्मेंद्रसिंह जडेजा (90) के बड़े अर्धशतक 220 रन बनाकर मुंबई को 280 रन का लक्ष्य दिया। इसके जवाब में मुंबई की टीम सलामी बल्लेबाज पृथ्वी साव (68) के अर्धशतक और सूर्यकुमार यादव (38) के साथ उनकी दूसरे विकेट की 83 रन की साझेदारी के बावजूद आठ विकेट पर 218 रन बनाकर संकट में है। मुंबई को अंतिम दिन जीत के लिए 62 रन की दरकार है जबकि उसके सिर्फ दो विकेट बचे हैं। हैदराबाद में असम और हैदराबाद के बीच मुकाबला रोमांचक मोड़ पर है।
असम को अंतिम दिन जीत के लिए एक विकेट जबकि हैदराबाद को 22 रन की दरकार है। असम के 250 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए हैदराबाद ने नौ विकेट पर 228 रन बना लिए हैं। तन्मय अग्रवाल 123 रन बनाकर खेल रहे हैं जबकि कार्तिकेय काक एक रन बनाकर उनका साथ निभा रहे हैं। हैदराबाद की टीम एक समय कप्तान अग्रवाल की भावेश सेठ (41) के साथ तीसरे विकेट की 74 और राहुल बुद्धि (28) के साथ चौथे विकेट की 50 रन की साझेदारी से तीन विकेट पर 171 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी लेकिन इसके बाद टीम ने जल्दी-जल्दी विकेट गंवाए और मुश्किल में घिर गई।
असम ने पहली पारी में तीन रन से पिछड़ने के बाद दूसरी पारी में 252 रन बनाए। रवि तेजा ने 50 रन देकर पांच विकेट चटकाए। विजयनगर में महाराष्ट्र के 240 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए आंध्र ने चार विकेट पर 100 रन बना लिए हैं। अंतिम दिन महाराष्ट्र को जीत के लिए छह विकेट जबकि आंध्र को 140 रन की दरकार है। पहली पारी में 11 रन से पिछड़ने के बाद महाराष्ट्र ने दूसरी पारी में 250 रन बनाए।
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