त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोगी दल आईपीएफटी से संपर्क साधते हुए तिपरा मोथा के अध्यक्ष प्रद्योत देबबर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी ‘‘एक चुनाव चिह्न’’ पर विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार है। उन्होंने कहा कि एकजुट होने का यह सही समय है और लोग भी यही चाहते हैं। देबबर्मा ने शनिवार को फेसबुक पर कहा, ‘‘एन सी देबबर्मा (आईपीएफटी अध्यक्ष) अब हमारे बीच नहीं हैं। हमारी मांग एक है...नाम में क्या रखा है? आपको कुछ नहीं मिलेगा। आगे आइए, मिलकर ‘थंसा’ (एकता) के लिए आवाज उठाएं।
मैं एक चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ने को तैयार हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह एकजुट होने का सही समय है और गरीब लोग एकजुटता चाहते हैं। अगर नेता लोगों का दिल तोड़ते हैं, तो भगवान हमें माफ नहीं करेगा।’’ एन सी देबबर्मा के निधन के कुछ दिनों बाद ‘‘एकता’’ का यह आह्वान किया गया। देबबर्मा का एक जनवरी को निधन हो गया। बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के प्रवक्ता अमित देबबर्मा ने कहा, ‘‘पार्टी का नेतृत्व इस दृष्टिकोण के फायदे और नुकसान पर विचार कर रहा है। हम जल्द से जल्द लोगों को अपना फैसला बताएंगे।’’
पिछले साल, तिपरा मोथा ने इस तरह के एक और प्रस्ताव के साथ आईपीएफटी से संपर्क किया था, लेकिन एन सी देबबर्मा ने इसे खारिज कर दिया था। राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के घटक दल आईपीएफटी के वर्तमान में चार विधायक हैं। पार्टी ने पिछले साल अपने तीन विधायक खो दिए थे। इनमें धनंजय त्रिपुरा, बृषकेतु देबबर्मा और मेवार कुमार जमातिया थे। धनंजय त्रिपुरा और मेवार कुमार जमातिया के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिए थे, लेकिन बृषकेतु को ‘‘प्रक्रियात्मक विसंगति’’ के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। जमातिया पार्टी के महासचिव थे। कयास लगाए जा रहे हैं कि वे इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तिपरा मोथा में शामिल हो सकते हैं।
Pradyot contacted bjp ally ipft said ready to fight on an election symbol
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