अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडन और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग ने सोमवार को बढ़ते मतभेदों को कम करने और संघर्ष को रोकने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की। ताइवान के खिलाफ और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रुख के बीच दोनों नेताओं की पहली बार आमने-सामने बैठक हुई है। इंडोनिशया के शहर बाली में जी- 20 शिखर सम्मेलन के इतर दोनों नेताओं की बैठक करीब तीन घंटे तक हुई। इससे पहले उपराष्ट्रपति के रूप में बाइडन ने शी के साथ मुलाकात की थी।
वर्ष 2021 में पदभार ग्रहण करने के बाद, बाइडन ने अपने चीनी समकक्ष से फोन पर बात की, लेकिन दोनों के बीच आमने-सामने की बैठक नहीं हुई थी। इंडोनेशिया के एक लग्जरी रिसॉर्ट होटल में अमेरिका और चीनी झंडों की कतार की पृष्ठभूमि में मुलाकात के दौरान शी और बाइडन ने एक-दूसरे का अभिवादन किया और हाथ मिलाया। दोनों नेताओं ने मास्क नहीं लगा रखा था। जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर साढ़े तीन घंटे की बैठक के बाद बाइडन ने संवाददाताओं से कहा कि ताइवान पर अमेरिकी नीति ‘‘बिल्कुल नहीं बदली है।’’
उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल सटीक रुख है। बाइडन ने कहा कि वह अमेरिका और चीन के बीच ‘‘टकराव’’ नहीं तलाश रहे, और नया शीत युद्ध नहीं होगा। राष्ट्रपति शी ने भी सुर नरम करते हुए दुभाषिया के जरिए कहा, ‘‘दो प्रमुख देशों के नेताओं के रूप में, हमें अमेरिका-चीन संबंधों के लिए सही दिशा निर्धारित करने की आवश्यकता है। हमें आगे बढ़ने वाले द्विपक्षीय संबंधों के लिए सही दिशा खोजने और संबंधों को ऊपर उठाने की जरूरत है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि चीन ने ताइवान पर आक्रमण करने की योजना बनाई है, बाइडन ने बीजिंग के इस तरह के इरादे होने की संभावना से इनकार किया। उन्होंने कहा कि चीनी नेता ‘‘जितने स्पष्टवादी मेरे साथ रहे हैं, उतने ही पहले भी’’ थे। वहीं, शी ने बाइडन से कहा कि ताइवान का प्रश्न चीन के मूल हितों की बुनियाद में है, और उनके द्विपक्षीय संबंधों में ‘‘खतरे की पहली रेखा है, जिसे पार नहीं किया जाना चाहिए। बाइडन ने कहा कि शी सहित नेताओं के साथ बातचीत में उनकी शीर्ष चिंता यह सुनिश्चित करने की रही है कि कोई गलतफहमी न हो।
बातचीत की शुरुआत में बाइडन ने कहा कि वह शी के साथ संचार के रास्ते खुले रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से आपके और मेरे बीच संचार की लाइनें खुली रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं...।” उन्होंने कहा, “मेरे विचार से यह दिखाने की साझेदारी हमारे दोनों देशों के नेता साझा करते हैं कि चीन और अमेरिका अपने मतभेदों का प्रबंधन कर सकते हैं, प्रतिस्पर्धा को संघर्ष के करीब जाने से रोक सकते हैं और तात्कालिक वैश्विक मुद्दों पर एक साथ काम करने के तरीके ढूंढ़ सकते हैं जिनके लिए हमारे पारस्परिक सहयोग की आवश्यकता होती है।”
वहीं, शी ने कहा कि दुनिया उनके और राष्ट्रपति बाइडन के बीच हो रही बैठक पर ध्यान दे रही है। शी ने कहा, “दुनिया को उम्मीद है कि चीन और अमेरिका रिश्ते को ठीक से संभाल लेंगे। हमारी बैठक ने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है, इसलिए हमें विश्व शांति के लिए और अधिक आशा लाने के लिए, वैश्विक स्थिरता के लिए अधिक विश्वास लाने और सबके विकास के लिए मजबूत प्रोत्साहन लाने के वास्ते सभी देशों के साथ काम करने की जरूरत है।” चीनी नेता ने कहा कि वह चीन-अमेरिका संबंधों और प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर, रणनीतिक महत्व के मुद्दों पर बाइडन के साथ विचारों का “स्पष्ट और गहन” आदान-प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
President biden meets chinese counterpart in bali both agree to open contact line
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