राजस्थान में बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री गहलोत एक नवंबर को जनजातीय समुदाय के स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए मंच साझा करेंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे। मानगढ़ मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात की सीमा पर स्थित है और यहां नेताओं के दौरे को आगामी विधानसभा चुनाव से पहले जनजातियों को लुभाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
स्वतंत्रता संग्राम के दौरान गोविंद गुरु के नेतृत्व में डेढ़ लाख से अधिक भीलों और अन्य जनजातियों ने मानगढ़ पहाड़ी क्षेत्र में अंग्रेजों के खिलाफ लंबे समय तक मुकाबला किया। ऐसा माना जाता है कि मानगढ़ पहाड़ी क्षेत्र में 17 नवंबर, 1913 को गोविंद गुरु के नेतृत्व में आयोजित जनसभा में शामिल लोगों पर अंग्रेजों की ओर से की गई गोलीबारी में लगभग 1,500 लोग मारे गए थे। भाजपा को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम का असर गुजरात के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी होगा। राजस्थान के अलावा अगले साल इन दोनों राज्यों में भी विधानसभा चुनाव होने हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार गहलोत एक नवंबर को सुबह 9.30 बजे विशेष विमान से बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम पहुंचेंगे। गहलोत गुजरात दौरे पर हैं और 31 अक्टूबर को उनके राजस्थान आने का कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री जयपुर से 31 अक्टूबर को रात साढ़े आठ बजे विशेष विमान से उदयपुर के लिये रवाना होंगे। उदयपुर से एक नवंबर को सुबह पोने नौ बजे हेलीकॉप्टर से मानगढ़ जाने का कार्यक्रम है।
मानगढ़ में होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीशपूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के शामिल होने की संभावना है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मानगढ़ धाम के लिये कुछ बड़ी घोषणा कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग कर चुके हैं। गहलोत ने प्रधानमंत्री को दो बार पत्र लिखकर मांग की है कि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित किया जाए ताकि महान संत गोविंद गुरु को सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सके। राजस्थान में आठ जिले बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, राजसमंद, सिरोही, प्रतापगढ़ और पाली इस क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। यहां कुल 37 विधानसभा क्षेत्र हैं।
37 में से 21 सीट भाजपा के पास हैं, जबकि कांग्रेस के पास 11, तीन सीट पर निर्दलीय काबिज हैं और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के पास दो सीट हैं। राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीट है और इनमें से 71 पर भाजपा का कब्जा है। राजस्थान के जनजातीय क्षेत्रों में बीटीपी का प्रभाव भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए चिंता का विषय है, इसलिए दोनों प्रमुख दल जनजातीय वोट बैंक को अपने पास रखने की कोशिश कर रहे हैं।
Prime minister narendra modi and chief minister gehlot will share the stage in rajasthan
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