Ranji Trophy में युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का धमाल, 400 रन से चूके, सेलेक्टर्स को दिया करारा जवाब
रणजी ट्रॉफी में भारत के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने धमाल मचाया है। पृथ्वी शॉ ने तूफानी पारी खेलते हुए असम के खिलाफ 379 रन बनाए हैं। हालांकि, वह 400 रन बनाने से चूक गए। उन्हें असम के गेंदबाज रियान पराग ने आउट किया। पृथ्वी शॉ लगातार शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। हालांकि, उन्हें टीम इंडिया में वापसी का मौका नहीं मिल पा रहा है। मुंबई की ओर से ओपनिंग करने आए पृथ्वी शॉ ने 383 गेंदों में 379 रनों की पारी खेली जिसमें 49 चौके और 4 छक्के शामिल थे। पृथ्वी शॉ ने अपनी इस पारी से सभी का ध्यान खुद की ओर आकर्षित किया है। इतना ही नहीं, उन्होंने बीसीसीआई को भी करारा जवाब दिया है। दरअसल, पृथ्वी शॉ काफी दिनों से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन टीम इंडिया में उनकी वापसी सुनिश्चित नहीं हो पा रही है।
अपनी इस पारी से पृथ्वी शॉ डोमेस्टिक क्रिकेट में कई रिकॉर्ड बनाने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं। पृथ्वी शॉ भारतीय फर्स्ट क्लास और रणजी के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने संजय मांझरेकर के 1991 वाले रिकॉर्ड को भी ध्वस्त किया है जिसमें उन्होंने हैदराबाद के खिलाफ 377 रन बनाए थे। रणजी ट्रॉफी के इतिहास को देखें तो सिर्फ एक बार ही ऐसा मौका आया है जब कोई खिलाड़ी 400 रन बनाने में सफल हुआ है। यह रिकॉर्ड महाराष्ट्र के बीबी निम्बालकर ने बनाया था। यह बात 1948 की है। उन्होंने उस वक्त 443 रनों की पारी खेली थी। पृथ्वी शॉ पहले दिन 240 रन बनाकर नाबाद लौटे थे। दूसरे दिन वह 379 रनों तक पहुंचने।
पृथ्वी शॉ का स्ट्राइक रेट 98.96 का रहा। अगर पृथ्वी शॉ थोड़ी देर भी क्रीज पर रहते तो वह 400 रन का स्कोर बना सकते थे। पृथ्वी शॉ की बात करें तो वह भारतीय टीम के लिए पांच टेस्ट मैच, 6 एक दिवसीय मैच और एक टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं। टेस्ट मैचों में वह भारत के लिए ओपनिंग करने आए थे। उन्होंने 42.38 की औसत से अब तक 339 रन बनाए हैं जिसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल है। एकदिवसीय मुकाबलों में उनके बल्ले से 189 रन निकले हैं। उनका औसत 31 का रहा है। आईपीएल में पृथ्वी शॉ दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हैं। 63 मुकाबलों में उन्होंने 1588 रन बनाए हैं। 99 उनका उच्च स्कोर रहा है। औसत 25.21 का है।
Prithvi shaw blast in ranji trophy missed 400 runs gave a befitting reply to the selectors