लैंगिक समानता पर जोर देते हुए अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा जोनास ने मंगलवार को कहा कि (लैंगिक समानता को लेकर) सरकारी योजनाएं मौजूद हैं, लेकिन असली जरूरत लड़कियों और महिलाओं के प्रति लोगों की मानसिकता को बदलने की है। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) की सद्भावना दूत प्रियंका सोमवार से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के दो दिवसीय दौरे पर हैं। प्रियंका ने बाल उत्पीड़न को समाज के लिए अभिशाप बताया।
प्रियंका ने पीटीआई-से कहा, ‘‘ आप कितनी भी योजनाएं लागू करें, उन्होंने (अपना काम) किया है। लेकिन वास्तविक बदलाव महिलाओं के प्रति समाज की मानसिकता में बदलाव से ही आ सकता है।’’ अभिनेत्री ने कहा, ‘‘ हमारे देश भारत की आबादी बहुत विशाल है और मानसिकता बहुत पुरानी। जब तक इस मानसिकता में कि लड़कियों को किसी चीज की जरूरत नहीं है, लड़कियों का कोई अधिकार नहीं है और लड़कियां हमारी संपत्ति हैं, नहीं बदलती, तब तक बड़े पैमाने पर बदलाव कैसे आएगा।’’
यूनिसेफ की सद्भावना दूत ने उत्तर प्रदेश सरकार की महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 की सराहना करते हुए कहा कि यह पीड़िता को डिजिटल रूप से ढूंढ सकती है और संकट के समय में उसकी मदद कर सकती है। यहां एक आंगनवाड़ी केंद्र और स्कूल का दौरा करने वाली प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि लड़कों को भी लड़कियों का सम्मान करना और उन्हें कैसे बर्ताव करना चाहिए, यह सिखाया जाना चाहिए।
Priyanka chopra said societys attitude towards girls should change
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