केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि वाहन विनिर्माताओं को प्रोटोटाइप चरण से आगे बढ़कर बाजार में पर्यावरण अनुकूल वाहनों की पेशकश शुरू करनी चाहिए। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री पुरी ने गौतमबुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा में चल रही वाहन प्रदर्शनी 2023 में पेश किए गए नए वाहनों, इलेक्ट्रिक वाहनों तथा प्राकृतिक ईंधन से चलने वाले वाहनों को देखा और उनके बारे में जानकारी ली। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जैव ईंधन और अन्य स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों का वक्त आ गया है।
उन्होंने वाहन प्रदर्शनी में आयोजित एक संगोष्ठी में कहा कि भारत ने 2030 तक 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण के लक्ष्य को अब 2024-25 तक कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रायोगिक रूप से जल्द ही कई पंपों पर ई20 (20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रित पेट्रोल) उपलब्ध होगा। मंत्री ने इससे पहले वाहन प्रदर्शनी में एथनॉल पवेलियन का उद्घाटन किया था, जहां मारुति सुजुकी और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के साथ ही टीवीएस, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो, होंडा मोटरसाइकिल, यामाहा और सुजुकी मोटरसाइकिल ने अपने वाहनों के प्रोटोटाइप प्रदर्शित किए।
ये वाहन 20 से 85 प्रतिशत तक एथनॉल मिश्रित ईंधन से चल सकते हैं। उन्होंने कहा, मैं आपको बधाई देना चाहता हूं, और मुझे खुशी है, क्योंकि जैव ईंधन और अन्य सभी स्वच्छ ऊर्जा का वक्त आ गया है। वाहन प्रदर्शनी शुक्रवार से आम जनता के लिए खुल गई, हालांकि सुबह के समय ज्यादा भीड़ देखने को नहीं मिली, लेकिन शाम तक करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों के आने का अनुमान है। ऑटो एक्सपो के पहले और दूसरे दिन में 82 नये वाहनों से पर्दा उठा है।
अभी तक इलेक्ट्रिक वाहनों का ज्यादा बोलबाला नजर आया है। मारुति सुज़ुकी से लेकर टाटा और किआ एवं एमजी कंपनी ने अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को पेश किया है। इस बार टोयोटा कंपनी ने अपना कोई भी नया वाहन पेश नहीं किया है। वहीं, अशोक लेलैंड और एसएमएल ने अपने वाणिज्यिक वाहन पेश किए हैं। अशोक लीलैंड ने अपने पांच वाहन पेश किए हैं, जबकि जेबीएम ने अपनी दो बसें उतारी हैं।
Puri asked vehicle manufacturers to bring environment friendly vehicles in the market
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