कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेताओं पर ‘‘अंग्रेजी के खिलाफ बोलने’’ को लेकर तीखा हमला बोला और कहा कि स्कूलों में अंग्रेजी नहीं होने की बात करने वाले इन नेताओं के बच्चे अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ते हैं। राजस्थान सरकार द्वारा 1,700 अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किए जाने और 10,000 अंग्रेजी अध्यापक नियुक्त किए जाने के लिए अशोक गहलोत सरकार की सराहना करते हुए, गांधी ने कहा कि बच्चों को हिंदी सहित हिंदुस्तान की सब भाषाएं पढ़नी चाहिए मगर बाकी दुनिया से बात करने में हिंदी काम नहीं आएगी, वहां अंग्रेजी काम आएगी।
‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ की अगुवाई कर रहे राहुल गांधी ने यहां एक जनसभा में यह बात कही। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हमारे विपक्षी भाजपा के नेता जहां भी जाते हैं अंग्रेजी के खिलाफ बात करते हैं। स्कूलों में अंग्रेजी नहीं होनी चाहिए, बंगाली होनी चाहिए, हिंदी होनी चाहिए लेकिन अंग्रेजी नहीं होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये जो नेता कहते हैं कि अंग्रेजी नहीं होनी चाहिए उनसे आप पूछिए कि आप बात तो अच्छी कर रहे हो, मगर आपका बेटा कौन से स्कूल में जाता है? क्या अंग्रेजी मीडियम स्कूल में जाता है? हां या ना, हां?’’
राहुल ने कहा, ‘‘इनके सारे के सारे बच्चे... अमित शाह से लेकर इनके सब मुख्यमंत्रियों के बच्चे, सब सांसदों व सब विधायकों के बच्चे...सारे के सारे इंग्लिश मीडियम स्कूल में जाते हैं और भाषण देते हैं कि अंग्रेजी किसी को नहीं बोलनी चाहिए।’’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘ये नहीं चाहते हैं कि हिंदुस्तान का गरीब, किसान का बेटा, मजदूर का बेटा अंग्रेजी सीखे। इसका कारण है, क्योंकि वे चाहते हैं कि आप बड़े सपने नहीं देखो। आप खेत से ही न निकलो, आप मजदूरी से बाहर न निकलो। इसीलिए ये आपसे कहते हैं कि अंग्रेजी मत पढ़ो।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैं यह नहीं कह रहा कि हिंदी मत पढ़ो। जरूर पढ़नी चाहिए ... तमिल पढ़नी चाहिए, हिंदी पढ़नी चाहिए, मराठी पढ़नी चाहिए ... हिंदुस्तान की सब भाषाएं पढ़नी चाहिए। मगर अगर आप बाकी दुनिया से बात करना चाहते हो तो चाहे वह अमेरिका, जापान या ब्रिटेन हो तो वहां हिंदी काम नहीं आएगी। वहां अंग्रेजी ही काम आएगी।’’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि हिंदुस्तान के गरीब से गरीब किसान का बेटा एक दिन जाकर अमेरिका के युवाओं से प्रतिस्पर्धा करे और उन्हीं की में उन्हें हराए। यह हमारा दृष्टिकोण है।’’
उन्होंने कहा कि इसी सोच से कांग्रेस की राजस्थान सरकार ने 1700 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल शुरू किए और 10,000 अंग्रेजी अध्यापक नियुक्त किए हैं। मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर मुखातिब होते हुए राहुल ने कहा, ‘‘अशोक गहलोत जी, ये कम है। राजस्थान के हर बच्चे को अंग्रेजी का अवसर मिलना चाहिए। हर बच्चे को लगना चाहिए कि मैं हिंदी सीख सकता हूं, मैं अपनी मातृसीख सकता हूं। मैं पूरी दुनिया के साथ संवाद कर सकता हूं और अगर मुझे जरूरत पड़ी तो अमेरिका में जाकर मैं हिंदुस्तान का झंडा फहराऊंगा।
Rahul gandhi said children of bjp leaders who oppose english study in english schools
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