कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को दावा किया कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से बातचीत की होती तो 733 लोगों की जान बचाई जा सकती थी। राहुल ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के भस्तान गांव में आयोजित एक नुक्कड़ सभा में यह बात कही। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पिछले साल इसी दिन केंद्र सरकार द्वारा वापस लिए गए कृषि कानूनों का विरोध करते हुए अपनी जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस ने 19 नवंबर को किसान विजय दिवस (किसान विजय दिवस) के रूप में मनाया।
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ किसान इस देश की आवाज हैं। कृषि कानून किसान विरोधी थे और इसलिए उन्होंने दिल्ली के बाहरी इलाके में आंदोलन किया, लेकिन मोदी सरकार ने उनकी मांगों को अनसुना कर दिया।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कृषि कानून कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाए गए थे। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘सरकार के पास पुलिस, हथियार, प्रशासन है और किसानों के पास केवल उनकी आवाज है। इस सरकार के अहंकार के कारण आंदोलन के दौरान 733 किसानों की जान चली गई।’’
भारत जोड़ोयात्रा शनिवार रात बुलढाणा जिले के जलगांव-जामोद तालुका के भेंडवल में रुकी। कांग्रेस ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 105वीं जयंती के मौके पर महिलाओं के लिए एक विशेष पदयात्रा का आयोजन किया, साथ ही भारत जोड़ो यात्रा भी की, जो जिले के शेगांव से जलांब तक चली। गौरतलब है कि राहुल गांधी और कई अन्य नेताओं ने सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से इस यात्रा की शुरुआत की थी। वे 3570 किलोमीटर की दूरी तय करके श्रीनगर पहुंचेंगे और वहीं इस यात्रा की समाप्ति होगी।
Rahul said had modi talked to the agitating farmers 733 lives would have been saved
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