देश के सात प्रमुख शहरों में दिसंबर तिमाही में पट्टे पर कार्यालय स्थल की कुल मांग सालाना आधार पर 31 प्रतिशत घटकर 80 लाख वर्ग फुट रह गई। संपत्ति सलाहकार जेएलएल इंडिया ने कहा कि वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच कंपनियों द्वारा अपनी विस्तार योजनाओं में देरी किए जाने से कार्यालय स्थल की मांग प्रभावित हुई। हालांकि, पूरे साल में पट्टे या लीज पर कार्यालय स्थल की मांग 46 प्रतिशत बढ़कर 3.82 करोड़ वर्ग फुट हो गई। 2021 में 2.61 करोड़ वर्ग फुट कार्यालय स्थल पट्टे पर दिया गया था।
जेएलएल के अनुसार, पांच प्रमुख शहरों - बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई और पुणे में मांग कम रहने से इस कैलेंडर वर्ष की चौथी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर में पट्टे पर कार्यालय स्थल की शुद्ध मांग 79.9 लाख वर्ग फुट तक गिर गई। एक साल पहले की अवधि में यह 1.15 करोड़ वर्ग फुट थी। शुद्ध मांग से आशय इस्तेमाल किए जा रहे स्थल और खाली स्थान के अंतर से है। चेन्नई और दिल्ली-एनसीआर केवल दो शहर थे जहां दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर मांग में बढ़ोतरी देखी गई। जेएलएल इंडिया ने कहा कि निर्णय में देरी और किरायेदारों सतर्क रुख की वजह से कार्यालय स्थल की मांग घटी है। हालांकि इस कैलेंडर साल में देश के सभी सात शहरों में 2021 की तुलना में पट्टे पर कार्यालय स्थल की मांग बढ़ी है।
Report says leased demand for office space down 31 per cent in december quarter
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