कानून मंत्री किरण रीजीजू ने उच्च न्यायालय के कुछ न्यायाधीशों की स्थानांतरण संबंधी उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम की सिफारिशों के विरुद्ध कुछ वकील निकायों के प्रदर्शन से शनिवार को असहमति जतायी। यहां नवनियुक्त प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए रीजीजू ने कहा कि यदि कॉलेजियम के हर फैसले के लिए हड़ताल आए दिन की परिघटना बन जाती है तो ‘ यह कहां जाएगी।’’ गुजरात, तेलंगाना और मद्रास बार निकायों ने कुछ न्यायाधीशों का स्थानांतरण करने के कॉलेजियम के फैसले के विरोध में प्रदर्शन किया था।
रीजीजू ने कहा, ‘‘ कल मैंने सुना कि कुछ वकील स्थानांतरण के मामले को लेकर प्रधान न्यायाधीश से मिलना चाहते हैं। अब भले ही यह मुद्दा हो, लेकिन यदि आप अलग से देखें तो यह कई मुद्दों में एक मुद्दा हो। लेकिन यदि यह कॉलेजियम के हर फैसले, जिसका सरकार समर्थन करती रहती है, पर बार-बार होने वाली घटना हो जाए तो यह कहां ले जाएगी। ऐसे में, पूरा आयाम ही बदल जाएगा।’’ प्रधान न्यायाधीश गुजरात हाईकोर्ट बार एसोसिएशन से उसके वकीलों के वर्तमान प्रदर्शन के मद्देनजर 21 नवंबर को मिलने को तैयार हो गये हैं। ये वकील न्यायमूर्ति निखिल एस कारियल का पटना उच्च न्यायालय में तबादला किये जाने की कॉलेजियम की सिफारिश का विरोध कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कॉलेजियम ने हाल में उच्च न्यायालयों के तीन न्यायाधीशों का प्रशासनिक कारणों से तबादला करने की सिफारिश की है।
Rijiju disagrees with lawyers performance on collegiums recommendation
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