अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें बढ़ाते हुए अपने आक्रामक रुख को बरकरार रखने के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे की गिरावट के साथ 82.88 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 82.87 पर खुला और कारोबार के दौरान इसने 82.74 के उच्चस्तर और 82.92 के निचले स्तर को छुआ। अंत में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले आठ पैसे की गिरावट के साथ 82.88 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.80 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 1.39 प्रतिशत बढ़कर 112.89 पर पहुंच गया। वैश्विक तेल बेंचमार्क, ब्रेंट क्रूड वायदा 1.16 प्रतिशत फिसलकर 95.04 डॉलर प्रति बैरल रह गया। घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 69.68 अंक या 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,836.41 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 677.62 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस बीच, रिजर्व बैंक की ब्याज दर निर्धारण समिति एमपीसी ने बृहस्पतिवार को सरकार के लिए एक रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के लिए बैठक की। इस रिपोर्ट में रिजर्व बैंक जनवरी से लगातार तीन तिमाहियों में खुदरा मुद्रास्फीति को छह प्रतिशत के लक्ष्य से नीचे रखने में विफल रहने की वजह बताएगा।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वित्तीय सेवा विभाग के विदेशी मुद्रा और सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद भी रुपये में उतार चढ़ाव कम रहा। फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल ने कहा कि बढ़ती उपभोक्ता कीमतों से लड़ने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर चर्चा करना जल्दबाजी होगी।
Rupee falls by 8 paise at 8288 per dollar
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