रूसी सैनिकों द्वारा मोबाइल फोन के अनधिकृत इस्तेमाल के कारण यूक्रेन के रॉकेट ने उस जगह हमले किए जहां वे ठहरे हुए थे। रूस की सेना ने मंगलवार को कहा कि सप्ताहांत में यूक्रेन के हमलों में मारे गए सैनिकों की संख्या 89 हो गई है। जनरल लेफ्टिनेंट सर्गेई सेवरीयूकोव ने एक बयान में बताया कि फोन के सिग्नल की वजह से यूक्रेन की सेना को सैन्यकर्मियों के ठिकाने का पता चल गया और उसने हमले किए। सेवरीयूकोव ने कहा कि भविष्य में इस तरह की त्रासदी को रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने नियमों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को दंडित करने का वादा किया। युद्ध शुरू होने के बाद से रूसी सैनिकों पर किए गए यह सबसे घातक हमलों में से एक था। यूक्रेन की सेना ने हिमार्स प्रक्षेपण प्रणाली से उस जगह पर छह रॉकेट दागे जहां सैनिक ठहरे हुए थे। उनमें से दो रॉकेट को मार गिराया गया लेकिन इमारत से टकराने के बाद इनमें विस्फोट हुआ जिससे ढांचा क्षतिग्रस्त हो गया। रूस के रक्षा मंत्रालय ने पूर्व में कहा था कि हमले में 63 सैनिक मारे गए।
सेवरीयूकोव ने बताया कि आपात सेवा कर्मियों द्वारा इमारत का मलबा हटाए जाने के बाद कुछ अन्य शव मिलने के साथ मृतकों की संख्या 89 हो गई। हमले में रेजिमेंट का उप कमांडर भी मारा गया। कुछ अन्य खबरों में मृतकों की संख्या ज्यादा होने की बात कही गई है लेकिन उनकी पुष्टि नहीं हो पाई। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के सामरिक संचार निदेशालय ने रविवार को दावा किया कि मकीवका में एक व्यावसायिक स्कूल की इमारत में लगभग 400 लामबंद रूसी सैनिक मारे गए और लगभग 300 अन्य घायल हो गए।
Russia said ukraine found out about the location of troops due to the use of mobile phones
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