रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मंगलवार को चेतावनी दी कि यू्क्रेन को अपना ‘असैन्यीकरण’ और खुद को नाजीवाद के प्रभाव से मुक्त करना चाहिए, अन्यथा रूसी सेना इस मुद्दे का समाधान करेगी। लावरोव ने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया कि वे रूस को कमजोर करने के लिए यूक्रेन में युद्ध को हवा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण करने के बाद शुरू हुआ संघर्ष कितना लंबा चलेगा, यह कीव और वाशिंगटन पर निर्भर करता है। रूसी विदेश मंत्री ने सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ से कहा, ‘‘जहां तक संघर्ष की अवधि की बात है, गेंद यूक्रेन के पाले में है और वाशिंगटन उसके पीछे खड़ा है।’’
लावरोव की टिप्पणी यू्क्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा के उस साक्षात्कार के एक दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार चाहती है कि युद्ध समाप्त करने के लिए फरवरी के अंत तक संयुक्त राष्ट्र में शांति शिखर सम्मेलन आयोजित की जाए। इस बीच, यूक्रेन के दोंतेस्क और लुहांस्क क्षेत्रों में मंगलवार को भी भीषण लड़ाई जारी रही। यूक्रेन की उप रक्षा मंत्री हाना मालायर ने कहा कि रूसी सेना दोंतेस्क क्षेत्र में बाखमत शहर की घेराबंदी करने की कोशिश कर रही है। लुहांस्क के गवर्नर सेरहीय हैदई ने कहा कि क्रेमीना शहर के आसपास भीषण लड़ाई जारी है।
लावरोव ने कहा कि यूक्रेन को और अधिक पश्चिमी सहयोग एक सीधे टकराव की ओर ले जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम में हम अपने विरोधियों को चेतावनी देते आ रहे हैं कि कीव को उनका सहयोग यूक्रेन संकट को बढ़ा देगा।’’ लावरोव ने इस बारे में नहीं बताया कि रूसी सेना कैसे यूक्रेन के असैन्यीकरण और नाजीवाद के प्रभाव से उसे (यू्क्रेन को) मुक्त करने के लक्ष्य को हासिल करेगी। रूस का आरोप है कि यूक्रेन सरकार धुर राष्ट्रवादी और नव-नाजी समूहों से अत्यधिक प्रभावित है। हालांकि, इस दावे को यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने खारिज कर दिया है।
Russian foreign minister lavrov said ukraine should demilitarize itself
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