Biden के वीटो के आगे बेबस हुआ अमेरिकी फेडरल कोर्ट, पत्रकार खागोशी हत्याकांड में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस को मिली बड़ी राहत
अमेरिकी संघीय न्यायाधीश ने पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ एक मुकदमे को खारिज कर दिया। इससे पहले कोर्ट में बाइडेन प्रशासन की ओर से मोहम्मद बिन सलमान को इस मुकदमे से इम्यून बताया था। डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया यूएस डिस्ट्रिक्ट जज जॉन डी बेट्स ने बाइडेन प्रशान के सऊदी अरब के पीएम होने की वजह से मोहम्मद बिन सलमान पर मुकदमा नहीं चलाए जाने के पक्ष को स्वीकार किया। इसके साथ ही जज ने कहा कि उनकी मुकदमा खारिज करने की इच्छा नहीं है, लेकिन बाइडेन प्रशासन के फैसले के बाद कोई विकल्प नहीं बचा है।
जॉन बेट्स ने कहा कि इस मुकदमें में खागोशी की मंगेतर जेंग्गिज ने सलमान के हत्या में शामिल होने को लेकर जो तर्क दिए थे वे काफी मजबूत थे। हालांकि उनके पास इतनी शक्ति नहीं कि वो अमेरिकी सरकार के फैसले को बदल सके। इससे पहले अमेरिकी खुफिया समुदाय ने निष्कर्ष निकाला कि सऊदी क्राउन प्रिंस ने खशोगी के खिलाफ ऑपरेशन का आदेश दिया था। इस खबर के बाद अमेरिका और सऊदी अरब के रिश्तें खराब होने का खतरा मंडराने लगा था। हाल ही में अमेरिका ने असफल रूप से यूक्रेन युद्ध से प्रभावित वैश्विक बाजार में तेल उत्पादन में कटौती को पूर्ववत करने का आग्रह किया था।
तुर्की में की गई थी खशोगी की हत्या
2 अक्टूबर 2018, जगह थी इंस्ताबुल दोपहर को एक बजे दूतावास में दाखिल हुआ उन्हें कागजात बनवाने के नाम पर एंबेसी बुलाया गया था। वो बिल्डिंग में अंदर गए लेकिन बाहर नहीं आ पाए। पता चला कि एंबेसी के अन्दर उस शख्स की हत्या कर दी गई। मारे गए शख्स का नाम था जमाल खशोगी। वाशिंगटन पोस्ट के एक स्तंभकार खशोगी ने सऊदी अरब के वास्तविक शासक प्रिंस मोहम्मद के कठोर तरीकों की आलोचना की थी। दावा किया गया था कि खशोगी सऊदी अरब सरकार की आलोचना में वाशिंगटन पोस्ट में कॉलम लिखा करते थे। जब वो इस्तांबुल में सऊदी दूतावास में एक टर्किश नागरिक से शादी करने के लिए कुछ जरूरी कागजात लेने पहुंचे थे तो उन्हें कोई नशीला पदार्थ दे दिया गया था। फिर उसके बाद उनका कत्ल कर दिया गया।
Saudi arabia crown prince gets big relief in journalist khagoshi murder case