भारतीय जूनियर बैडमिंटन खिलाड़ी शंकर मुथुसैमी ने शनिवार को यहां थाईलैंड के पेंटचाफोन तीरारातसाकुल पर सीधे गेम में मिली जीत से बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैम्पियनशिप के पुरूष अंडर-19 एकल फाइनल में जगह बनायी। चौथे वरीय मुथुसैमी ने 40 मिनट तक चले सेमीफाइनल में थाईलैंड के खिलाड़ी को 21-13 21-15 से मात दी। अब रविवार को फाइनल में उनका सामना चीनी ताइपे के कुओ कुआन लिन और कोरिया के ब्यूंग जाए किम के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
टूर्नामेंट के इतिहास में भारत ने अब तक एक स्वर्ण, तीन रजत और पांच कांस्य पदक जीते हैं। लक्ष्य सेन ने अंतिम पदक कांस्य के रूप में 2018 में जीता था। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल एकमात्र भारतीय हैं जिन्होंने 2008 में जूनियर विश्व चैम्पियनशिप खिताब जीता है। वह 2006 में भी फाइनल्स में पहुंची थी लेकिन तब रजत पदक ही जीत सकी थीं। सिरिल वर्मा भी 2015 में खिताब जीतने के करीब पहुंचे थे लेकिन फाइनल में चीनी ताइपे के चिया हंग लु से हार गये थे। वहीं अपर्णा पोपट (1996) एक अन्य भारतीय हैं जो विश्व जूनियर फाइनल्स में पहुंची थीं।
Shankar muthusamy in final of bwf world junior championship
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