हिंद महासागर क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए भारत और श्रीलंका के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई वार्ता में श्रीलंका ने दोनों देशों के बीच यात्री नौका सेवाएं जल्द से जल्द शुरू करने का भारत से अनुरोध किया है। श्रीलंका के बंदरगाह, जहाजरानी एवं उड्डयन मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के संयुक्त सचिव पुनीत अग्रवाल और श्रीलंका के बंदरगाह, जहाजरानी एवं उड्डयन मंत्री निमल सिरीपाला डी सिल्वा के बीच मंगलवार को डी सिल्वा के कार्यालय में बैठक हुई। बयान में कहा गया है कि श्रीलंकाई मंत्री ने दोनों देशों के बीच यात्री नौका सेवा परियोजना के लिए भारत सरकार से समर्थन देने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए नौका सेवाओं के विस्तार से दोनों देशों के बीच यात्रा आम लोगों के लिए सस्ती हो जाएगी और माल की ढुलाई के माध्यम से श्रीलंका और भारत के बीच व्यापार का विस्तार करने के अवसर मिलेंगे। जाफना जिले के कांकेसंथुराई बंदरगाह और पुडुचेरी के बीच अगले साल जनवरी से दोनों देशों द्वारा यात्री नौका सेवा शुरू किए जाने की भी उम्मीद है। मंत्री ने निर्माण क्षेत्र में वस्तुओं की कीमत में उतार-चढ़ाव के मद्देनजर कांकेसंथुराई बंदरगाह के विकास के लिए दी जाने वाली रियायती ऋण राशि में वृद्धि किए जाने का भी अनुरोध किया।
भारत ने उत्तरी श्रीलंका में कांकेसंथुराई हार्बर को एक वाणिज्यिक बंदरगाह के रूप में उन्नत करने और क्षेत्रीय समुद्री केंद्र बनने के श्रीलंकाई प्रयासों को मजबूत करने के लिए 2018 में चार करोड़ 52 लाख 70 हजार डालर की वित्तीय सहायता प्रदान की थी। बयान के अनुसार, अग्रवाल ने कहा कि श्रीलंका से तमिलनाडु के धनुषकोटि और रामेश्वरम के लिए यात्री नौका सेवा शुरू करना उचित है। उन्होंने डी सिल्वा के प्रस्ताव पर सहमति जताई और इस बात पर जोर दिया कि श्रीलंका रेल सेवा को भी यात्री नौका सेवाओं से जोड़ा जा सकता है।
श्रीलंका के मंत्री ने यह भी अनुरोध किया कि भारतीय हवाई सेवा को द्वीप देश में मटाला हवाई अड्डे तक संचालित किया जाए, जिसके जवाब में अग्रवाल ने कहा कि दोनों देशों के बीच नौसैन्य और हवाई सेवाओं का विस्तार बहुत महत्वपूर्ण है और भारत सरकार इसमें पूर्ण सहयोग करेगी। श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले भी इस बैठक में शामिल हुए।
Sri lanka requests india to start early passenger ferry service between the two countries
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