चालू विपणन वर्ष में एक अक्टूबर से 15 दिसंबर की अवधि के दौरान चीनी का उत्पादन पांच प्रतिशत बढ़कर 82.1 लाख टन हो गया है, जबकि चीनी मिलों ने 45-50 लाख टन चीनी निर्यात का अनुबंध किया है। उद्योग संगठन इस्मा ने सोमवार को यह जानकारी दी। चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर सेसितंबर तक चलता है। विपणन वर्ष 2021-22 की इसी अवधि में चीनी का उत्पादन 77.9 लाख टन रहा था। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने बयान में कहा, ‘‘जानकारी और बाजार की रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक लगभग 45-50 लाख टन निर्यात के लिए अनुबंध किया गया है। इसमें से 30 नवंबर तक लगभग छह लाख टन चीनी का निर्यात किया जा चुका है।’’
बाजार की रिपोर्ट बताती है कि दिसंबर में 8-9 लाख टन चीनी का निर्यात होने की प्रक्रिया में है, जिससे इस महीने के अंत तक कुल निर्यात लगभग 15 लाख टन हो सकता है। विपणन वर्ष 2021-22 में भारत ने रिकॉर्ड 111 लाख टन चीनी का निर्यात किया था। सरकार ने नवंबर में चालू विपणन वर्ष (2022-23) में 60 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति दी थी। आंकड़ों के मुताबिक, चालू विपणन वर्ष में एक अक्टूबर से 15 दिसंबर के बीच उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन एक साल पहले की समान अवधि के 19.8 लाख टन से बढ़कर 20.3 लाख टन हो गया।
महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन अबतक पहले के 31.9 लाख टन से बढ़कर 33 लाख टन हो गया है, जबकि कर्नाटक में उत्पादन 18.4 लाख टन से बढ़कर 18.9 लाख टन हो गया है। विपणन वर्ष 2022-23 में भारत का कुल चीनी उत्पादन अबतक के सर्वाधिक 410 लाख टन (एथनॉल के लिए स्थानांतरण से पहले) पर पहुंचने का अनुमान है। चालू विपणन वर्ष में एथनॉल के उत्पादन के लिए 45 लाख टन चीनी का उपयोग होने का अनुमान है। इसलिए, विपणन वर्ष 2022-23 में शुद्ध रूप से चीनी उत्पादन 365 लाख टन रहने की उम्मीद है।
Sugar production increased by 5 till dec 15 mills made export contracts of 45 50 lakh tonnes
Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero