कमर दर्द की परेशानी कभी सिर्फ बुजुर्गों में देखी जाती थी लेकिन आजकल हर आयु का व्यक्ति कमर दर्द से परेशान है। खासकर पुरुषों में यह समस्या बढ़ती जा रही हैं, जिसका मुख्य कारण गलत लाइफ रूटीन, स्मोकिंग और पोषण की कमी है। ऑफिस में लगातार काम और क्षमता से ज्यादा वर्क आउट भी पुरुषों में कमर दर्द के लिए जिम्मेदार है। आमतौर पर साधारण कमर दर्द कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन कमर की नसों और लिगामेंट्स में किसी तरह का विकार आ जाने से यह समस्या बढ़ जाती है।
ज्यादा वर्क आउट या शारीरिक श्रम
नियमित रूप से वर्क आउट सेहत के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन अपनी क्षमता से ज्यादा वजन उठाने से या फिर जरूरत से ज्यादा वर्क आउट से आपको कमर दर्द की परेशानी हो सकती है। कभी-कभी वर्क आउट से ब्रेक लें और अपनी क्षमता के अनुसार ही वजन उठायें। यदि आप फिल्ड वर्क करते हैं तो समय- समय पर आराम के लिए समय निकाले।
ज्यादा स्ट्रेस
ज्यादा तनाव आपको कमर दर्द से परेशान कर सकता है इसलिए किसी भी तरह का स्ट्रेस ना लें। ऑफिस या कामकाज के दौरान वाले तनाव को दूर करने के लिए मेडिटेशन की हेल्प ले सकते हैं। ज्यादा समय तक डिप्रेशन बैक पेन और कमर दर्द की परेशानी का कारण हो सकता है,ज्यादा टेंशन से आपका ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और मसल्स में खिंचाव होने की आशंका रहती है।
धूम्रपान
एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग स्मोकिंग करते हैं उनमें कमर दर्द की शिकायत ज्यादा पाई जाती है। धूम्रपान करने वाले लोगों में खांसी होना आम बात होती है, खासंते समय हार्नियेटेड डिस्क में स्ट्रेच होता हैं जिससे आपकी कमर में दर्द हो सकता है। स्मोकिंग से आपको स्पाइनल प्रॉब्लम हो सकती है क्योकि इससे स्पाइन ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है।
देर तक कम्प्यूटर पर काम
यदि आप लंबे समय तक एक ही पोश्चर में कम्प्यूटर पर काम करते हैं तो आपको कमर दर्द होने की संभावना बढ़ जाती है। ऑफिस वर्क के दौरान समय-समय पर ब्रेक लेते रहें और बॉडी को स्ट्रेच करें यह आपकी बैक और कमर को आराम देगा। नियमित रूप से योगा और मेडिटेशन करें यह आपके मसल्स को लचीला बनाये रखेंगे।
कमर दर्द के लक्षण
कमर में हर समय दर्द रहता है, ज्यादा समय तक बैठने से या फिर खड़े रहने से कमर में तेज दर्द होता है। कभी-कभी यह दर्द घुटनों तक भी बढ़ जाता है, कमर और उसके आस-पास सुन्नपन महसूस होता है। कमर दर्द की जांच एमआरआई और सीटी स्कैन के द्वारा की जाती है, इससे पता चल जाता है की कमर की कौन सी नस प्रभावित हो रही है।
कमर दर्द से बचाव
देर तक एक ही स्थिति में ना बैठें, काम करते समय सही पोश्चर में बैठें। आरामदायक कुर्सी का इस्तेमाल करें और झुक कर काम ना करें। झटके से ना उठे और सीधे खड़े रहें। बैठते समय रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। पौष्टिक डाइट लें जिसमें कैल्शियम की भरपूर मात्रा हो। ड्राई फ्रूट, मौसमी फल, दूध और हरी सब्जियों का सेवन करें। नियमित वर्क आउट और योगा करें। जंक फ़ूड और ऑयली चीजों का सेवन ना करें। स्पाइनल बोन्स को हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त पानी पिएं। सोते समय पीठ
को आरामदायक पोजीशन में रखें। कमर दर्द कम करने के लिए आप बर्फ की सिकाई कर
सकते हैं। अगर घरेलू उपचारों से कमर दर्द से राहत नहीं मिल रही है तो आप
डॉक्टर की सलाह लें। शुरूआती कमर दर्द में पेन किलर्स और मैनुएल थेरेपी और
फिजियोथेरेपी के द्वारा इलाज किया जाता है और कुछ विशेष तरह की एक्सरसाइज
बताई जाती है।
Symptoms of back pain in male
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