बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि सारण जिले के जहरीली शराब मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फरमान पर राज्य में नीतीश कुमार सरकार को ‘‘बदनाम’’ करने के लिए चलाए जा रहे ‘‘दुष्प्रचार’’ का हिस्सा है। स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा संभालने वाले यादव ने देर शाम विभाग के एक समारोह के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान एनएचआरसी की एक टीम के सारण दौरे के बारे में पूछे गए सवाल पर यह प्रतिक्रिया दी है।
एनएचआरसी ने पिछले हफ्ते जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों के बाद सरकार को नोटिस जारी किया था। उन्होंने कहा, ‘‘दस लाख नौकरियां देने के वादे को पूरा करने की दिशा में हम जिस गति से काम कर रहे हैं, उससे भाजपा डरी हुई है। आज ही कैबिनेट ने गृह विभाग में 75 हजार से ज्यादा कर्मियों की भर्ती को मंजूरी दे दी है। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग में 1.5 लाख और शिक्षा विभाग में दो लाख पद भरे जाएंगे।”
यादव ने कहा, ‘‘इस सरकार को बदनाम करने के लिए एक दुष्प्रचार चल रहा है। मुझे आश्चर्य है कि क्या एनएचआरसी के प्रतिनिधि अपनी मर्जी से आए हैं या उन्हें उन लोगों ने भेजा है जो हठ कर रहे हैं। आयोग ने मध्य प्रदेश और हरियाणा का दौरा करने की कभी परवाह क्यों नहीं की, जहां बिहार की तुलना में जहरीली शराब के कारण अधिक मौतें हुई हैं।” यादव ने कहा, ‘‘एनएचआरसी के पास किसी राज्य में जहरीली शराब से हुई मौतों के मामलों का स्वतः संज्ञान लेने का अधिकार है या नहीं? लेकिन अगर उसके पास इसका अधिकार है, तो उसे अन्य राज्यों में भी इसी तरह का उत्साह दिखाना चाहिए’’।
उल्लेखनीय है कि यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा ने आयोग के ‘‘पक्षपातपूर्ण’’ रवैये की शिकायत करते हुए राज्यसभा के उपसभापति को एक पत्र लिखा है। बिहार सरकार ने जहरीली शराब पीने से सारण में 38 लोगों की मौत की पुष्टि की है। भाजपा का दावा है कि सौ से अधिक लोगों की इस घटना में मौत हुई है। भाजपा ने मृतकों के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर सोमवार को समाप्त हुए विधानसभा के पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र को भी बाधित किया था।
बिहार सरकार ने यह कहते हुए मांग ठुकरा दी है कि चूंकि बिहार में शराब के सेवन पर भी प्रतिबंध है, इसलिए जिन लोगों की जान गई है, वे अवैध कार्य में लिप्त थे। भाजपा ने घोषणा की है कि वह बिहार विधानसभा अध्यक्ष के ‘‘पक्षपातपूर्ण’’ रवैये (विपक्षी दलों की आवाज को दबाने) को लेकर बुधवार को विधानसभा परिसर में प्रदर्शन करेगी। इस बीच भाजपा ने राजद एमएलसी रामबली चंद्रवंशी की कथित टिप्पणी को लेकर भी यादव पर निशाना साधा।
उन्होंने एक ‘स्टिंग ऑपरेशन’ कथित रूप से कहा था कि उपमुख्यमंत्री शराब के शौकीन हैं और अगर उन्हें अपने दम पर सरकार बनानी है तो वे शराबबंदी को खत्म कर देंगे। बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने संवाददाता सम्मेलन में मांग की कि राजद एमएलसी चंद्रवंशी के ‘‘स्टिंग ऑपरेशन’’ के मद्देनजर मुख्यमंत्री को अपने उपमुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। समारोह में अपने भाषण में यादव ने मामले का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘स्टिंग ऑपरेशन चल रहे हैं। मैं इन्हें करने से किसी को नहीं रोकूंगा। मुझे पता है कि एजेंडा दूसरे स्तर पर तय है।
Tejashwi said nhrc action on spurious liquor part of bjps propaganda
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