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History Revisited: कातिल का भी हो गया कत्ल, रहस्य बनी रही वो महिला, अब तक अनसुलझी है अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या की पहेली

History Revisited: कातिल का भी हो गया कत्ल, रहस्य बनी रही वो महिला, अब तक अनसुलझी है अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या की पहेली

History Revisited: कातिल का भी हो गया कत्ल, रहस्य बनी रही वो महिला, अब तक अनसुलझी है अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या की पहेली

अपनी हत्या से कुछ ही पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ़ कैनेडी ने कहा था कि अगर कोई अमेरिका के राष्ट्रपति को मारना चाहता है तो ये कोई बड़ी बात नहीं होगी बशर्ते हत्यारा ये तय कर ले कि मुझे मारने के बदले वो अपना जीवन देने के लिए तैयार है। "अगर ऐसा हो जाता है तो दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे बचा नहीं सकती।" 22 नवंबर, 1963 के दिन उत्तरी टेकस्सा का शहर डलास। अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ़ कैनेडी अपनी खुली कार में भारी सुरक्षा के बीच सड़क से गुजर रहे थे और लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। भरी दोपहरी में घड़ी की दोनों सुईंयां एक-दूसरे को छूने को बेताब थी और राष्ट्रपति का काफिला प्लाजा के सामने पहुंचा। तभी दो गोलियां चली। एक अमेरिकी राष्ट्रपति के सिर में लगी और दूसरी उनके गर्दन को भेदती हुई निकल गई। ये मंजर देख राष्ट्रपति की गाड़ी में उनके साथ मौजूद उनकी पत्नी जैकलीन कैनेडी बेहोश हो गईं। इस घटना को 59 साल बीत चुके हैं। हत्या को लेकर समय-समय पर कई खुलासे भी हुए हैं। लेकिन आखिर उनकी हत्या के पीछे का कारण क्या था, ये आज तक पता नहीं चल पाया है। 

कातिल का भी हो गया कत्ल 
अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी की मौत के बाद कई लोगों ने बबुश्का लेडी को इसका जिम्मेदार माना था। साथ ही ये कहा गया कि ये राष्ट्पति को गोली इसी महिला ने मारी थी क्योंकि उसके हाथ में कैमरा नहीं बल्कि एक हथियार था। 1963 में दिन दहाड़े जब सबसे हाई सिक्योरिटी में रहने वाले यूएस प्रेसीडेंट को सबके सामने मौत के घाट उतार दिया गया तो केवल अमेरिका ही नहीं बल्कि बाकी देशों में भी इस खबर से हड़कंप मच गया था। इस घटना पर किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था। अमेरिकी अधिकारियों ने फुर्ती दिखाते हुए एक 24 साल के युवक को पकड़ लिया। इस युवक का नाम हार्वी ऑस्वाल्ड था, जिसपर बाद में हत्या का मुकदमा कायम किया गया। हार्वी ऑस्वाल्ड ने खुद को बेकसूर बताया और हत्या की बात से मुकर गया। पुलिस को उसके पास से गन भी मिला। एफबीआई, वॉरेन कमीशन और हाउस सिलेक्ट कमेटी ऑन असैसिनेशन ने आधिकारिक तौर पर ये निष्कर्श निकाला कि ऑस्वास्ड ही हत्यारा था। इस घटना के बाद आरोपी युवक को जब जेल भेजा जा रहा था तभी एक शख्स ने उसे पुलिस के सामने गोली मार दी। गोली मारने वाले की पहचान जैक रूबी के तौर पर हुई। 

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कातिल को मारने वाले शख्स ने की आत्महत्या 
ऑस्वाल्ड को भी उसी पॉकलैंड हॉस्पिटल ले जाया जाता है जहां दो दिन पहले जॉन एफ कैनेडी को गोली लगने के बाद ले जाया गया था। पुलिस जैक रूबी को गिरफ्तार करती है। जैक रूबी एक नाइट क्लब का मालिक था। जैक रूबी ने बताया कि वो राष्ट्रपति कैनेडी की हत्या से क्षुब्ध था। मुझे उनकी वाइफ का दुख दर्द नहीं देखा जा रहा था। इसलिए मैंने ऑस्वास्ड को मार दिया। लेकिन कुछ दिन बाद ही जैक रूबी की भी मौत हो जाती है। कहा जाता है कि उसने आत्महत्या कर ली। यानी जो भी कड़ियां मिल रही थीं और लग रहा था कि इससे केस खुल सकता था वो टूटती गईं। 

रहस्य बनी रही वो महिला 
मामले की एफबीआई ने जांच की। फिर कई सवाल भी उठे। ओपन कार में भीड़ के सामने काफिला निकलना खतरनाक था, इसे क्यों नहीं टाला गया। इसके साथ ही शंकाओं का दौर भी शुरू हुआ और कई कहानियां भी सामने आई। रूसी खुफिया एजेंसी केजीबी के साथ अमेरिकी एजेंसी सीआईए और एफबीआई पर भी संदेह किया गया। फिर कई सालों बाद जांच में एक बूढ़ी महिला की तस्वीर सामने आई। ये महिला हत्या के दिन भरी अफरातफरी के बीच तस्वीर लेती गई देखी गई, इसे बबुश्का लेडी कहा गया। दरअसल बबुश्का का मतलब रूसी भाषा में उस बूढ़ी और रहस्यमय महिला को कहते हैं जो सिर से पांव तक खुद को ढके हुए रहती है। हालांकि, उस महिला की कभी पहचान नहीं हो पाई और ना ही यह पता चल पाया कि उसके हाथ में कैमरा था या पिस्तौल। 

उपराष्ट्रपति की भूमिका तो नहीं? 
केनेडी की हत्या की एक थ्योरी है, जिसमें उपराष्ट्रपति जॉनसन को केनेडी की हत्या की साजिश रचने का केंद्र माना गया। कैनेडी मौत के फौरन बाद पोस्टामर्टम कराने की कोई कोशिश नहीं की गई। जॉन एफ कैनेडी को ताबूत में रखकर एयर फोर्स में ले जाया जाता है। एयर फोर्स वन में उस वक्त उपराष्ट्रपति जॉनसन भी मौजूद थे। वहां से वांशिटन के लिए एयरफोर्स वन को उड़ना था। लेकिन उपराष्ट्रपति जॉनसन इस बात पर अड़े थे कि पहले उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई जाए फिर एयर फोर्स वन उड़ान भरेगा। जॉनसन की एक दोस्त और डिस्ट्रिक्ट जज सारा ह्यूज आईं और बकायदा अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई। फिर वो प्लेन वहां से उड़ा। वॉटरगेट कांड के साजिशकर्ता और सीआईए के पूर्व एजेंट ई हावर्ड हंट जूनियर ने दावा किया था कि जॉनसन ने केनेडी की हत्या के लिए सीआईए एजेंन्ट्स को आदेश दिया था। 

ट्रंप ने किया था फाइल सार्वजनिक करने का फैसला 
साल 2017 में डोनाल्ड ट्रंप ने जॉन एफ कैनेडी की जांच से जुड़ी फाइल को सार्वजनिक करने का फैसला किया। जिसे लोगों ने पढ़ा। हालांकि जांच एजेंसी सीआईए जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक किए जाने के खिलाफ थी। लेकिन ट्रंप नहीं माने। इन तथ्यों में एक बात सामने आई कि उस वक्त अमेरिका के क्यूबा के साथ रिश्ते खराब थे। इसके अलावा ऑस्वास्ड ने दो साल पहले रूस और क्यूबा का दौरा किया था। इसलिए इस बात पर भी संदेह जताया गया कि क्या कहीं वो इनके इशारे पर काम कर रहा था। लेकिन ये सारे शक और सवाल ही रहे। तो आज हमने आपको अमेरिकी प्रेसिडेंट जॉन एफ कैनेडी की हत्या के बारे में बताया। आज के लिए दें इजाजत। ऐसे ही रिपोर्ट्स को देखने के लिए प्रभासाक्षी के साथ लगातार बने रहे। वीडियो को देखने के लिए फेसबुक और ट्वीटर पर हमें फालो करें और यूट्यूब पर प्रभासाक्षी को सब्सक्राइब करें।

- अभिनय आकाश

The unsolved mystery and assassinat of john f kennedy

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