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‘काकोरी बलिदान दिवस’ पर भव्य ड्रोन शो के जरिए दी गई शहीदों को श्रद्धांजलि

‘काकोरी बलिदान दिवस’ पर भव्य ड्रोन शो के जरिए दी गई शहीदों को श्रद्धांजलि

‘काकोरी बलिदान दिवस’ पर भव्य ड्रोन शो के जरिए दी गई शहीदों को श्रद्धांजलि

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ‘काकोरी बलिदान दिवस’ पर गोरखपुर में आयोजित भव्य ड्रोन शो में हिस्सा लिया। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने काकोरी कांड के नाम से विख्यात क्रांतिकारी घटना के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित ‘काकोरी बलिदान दिवस’ पर रामगढ़ ताल के सामने महंत दिग्विजय नाथ मेमोरियल पार्क में ड्रोन शो देखा। देश के इस सबसे बड़े ड्रोन शो में 750 ड्रोन ने मनमोहक करतब दिखाए और संगीत, संवाद और लेजर की रोशनी के जरिए क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि दी गई।

ड्रोन शो के दौरान काकोरी ट्रेन घटना का विस्तार से जिक्र किया गया और इस घटना के बाद फांसी पर शहीद हुए पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, ठाकुर रोशन सिंह और राजेंद्र लाहिड़ी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, ‘‘आज भारत दुनिया की एक बड़ी शक्ति के रूप में उभर चुका है जो हर देशवासी के लिए गर्व का विषय है। हमारे देश ने भारत पर 200 साल तक शासन करने वाले ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का खिताब हासिल कर लिया है।’’

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस जी-20 समूह का अगले साल 30 नवंबर तक नेतृत्व करेंगे जिसमें शामिल देशों का दुनिया की 80 फीसदी जीडीपी पर अधिकार है। आदित्यनाथ ने काकोरी कांड के नायकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 1857 से 1947 तक हुए स्वतंत्रता आंदोलन में हर जिले और कस्बे के लोगों ने हिस्सा लिया और उत्तर प्रदेश हर क्रांति का गवाह रहा। स्वाधीनता संग्राम का बिगुल फूंकने वाले मंगल पांडे भी उत्तर प्रदेश के ही थे।

उन्होंने कहा कि काकोरी की घटना में क्रांतिकारियों ने सिर्फ 4,600 रुपए का खजाना लूटा था और अंग्रेज सरकार ने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए 10 लाख रुपए फूंक डाले और बिना निष्पक्ष सुनवाई के सभी क्रांतिकारियों को फांसी पर चढ़ा दिया। उन्होंने कहा कि अंग्रेज सरकार चंद्रशेखर आजाद को नहीं पकड़ सकी जिन्होंने खुद अपनी शहादत की गाथा लिखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी सम्मान का प्रतीक हैं और उत्तर प्रदेश सरकार उनकी प्रेरणा को जीवन देने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने गोरखपुर प्राणी उद्यान का नाम अशफाक उल्ला खान के नाम पर रखा। चालक प्रशिक्षण केंद्र का नाम बंधु सिंह के नाम पर रखा गया और बड़हलगंज में होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज का नामकरण राजा हरिप्रसाद मल्ल के नाम पर किया गया।

Tribute to martyrs through grand drone show on kakori sacrifice day

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