शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मुंबई की अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव में मतदाताओं को ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ (नोटा) का बटन दबाने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं। उपचुनाव के लिए प्रचार शाम पांच बजे समाप्त हो गया। पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल परब ने कहा कि पार्टी ने निर्वाचन आयोग के साथ-साथ पुलिस के सामने भी इस मुद्दे को उठाया है।
परब ने कहा कि चुनाव का आने वाले बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव में भी प्रभाव पड़ेगा क्योंकि यह पहली बार महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सहयोगियों की संयुक्त ताकत को दिखाएगा। एमवीए में ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस शामिल है। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों को नोटा का बटन दबाने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के पास वीडियो हैं जिनमें दिख रहा है किरिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के कथित कार्यकर्ता इस तरह के कृत्यों में लिप्त हैं।
आरपीआई (अठावले गुट) भारतीय जानता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने ऋतुजा लटके को मैदान में उतारा है। वह इस सीट से शिवसेना विधायक रहे रमेश लटके की पत्नी हैं। रमेश लटके के निधन की वजह से उपचुनाव कराना पड़ रहा है। भाजपा ने मुरजी पटेल को टिकट दिया थालेकिन बाद में पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया और पटेल की उम्मीदवारी वापस ले ली।
परब ने कहा, “एक तरफ, भाजपा ने अपने उम्मीदवार को यह कहते हुए वापस ले लिया कि वह मृतक जनप्रतिनिधियों के परिवार के सदस्यों के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारने की परंपरा का सम्मान करती है। दूसरी ओर, लोगों से नोटा में वोट डालने के लिए कहा जा रहा है।” उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि लटके को 98-99 प्रतिशत वोट मिलेंगे और कहा कि वह उन कार्यों को पूरा करेंगी जो उनके पति की मृत्यु के कारण अधूरे रह गए थे।
Uddhav thackerays party alleges voters are being given money to press nota button
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