यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा है कि रूसी सैनिकों के पास एक प्रमुख दक्षिणी शहर खेरसॉन से पीछे हटने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। रूस की सेना ने बुधवार को घोषणा की थी कि वह यूक्रेन के दक्षिणी शहर खेरसॉन एवं उसके आसपास के क्षेत्रों से पीछे हट रही है। कुछ पश्चिमी पर्यवेक्षकों का मानना है कि क्रेमलिन की सेना को पीछे हटने के लिए मजबूर किया गया है। हालांकि पूर्ण वापसी में कुछ समय लग सकता है।
यूक्रेन के अधिकारियों ने कई बार चेतावनी दी है कि रूसी सेना की वापसी की किसी भी घोषणा को संदेह के साथ देखा जाना चाहिए। उन्होंने मास्को पर यूक्रेनी सैनिकों पर घात लगाकर हमला करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ वालेरी जालुजनी ने कहा कि ‘‘दुश्मन के पास भागने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था क्योंकि कीव की सेना ने सैन्य मार्गों और आपूर्ति प्रणाली को नष्ट कर दिया है तथा दुश्मन की प्रणाली को बाधित कर दिया है।’’
हालांकि उन्होंने कहा कि यूक्रेनी सेना इस बात की पुष्टि या खंडन नहीं कर सकती है कि रूसी सेना वास्तव में खेरसॉन से पीछे हट रही है जैसा कि रूसी रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है। खेरसॉन से अपनी सेना का हटना रूस के लिए एक अन्य बड़ा झटका है।यही एकमात्र ऐसी प्रांतीय राजधानी थी जिस पर रूसी सैन्यबलों ने आठ महीने की लड़ाई के दौरान कब्जा किया था। इस बीच, यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र के प्रमुख पावलो किरिलेंको ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में इस क्षेत्र में तीन नागरिक मारे गए और 12 अन्य घायल हो गए। यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख किरिलो तमोशेंको के अनुसार, पड़ोसी जापोरिज्जिया क्षेत्र में भी बृहस्पतिवार सुबह गोलाबारी की गई।
Ukraine said russian troops had no choice but to retreat from southern city
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