यूक्रेन में युद्ध के कारण तबाह हो चुके कृषि एवं तेल आयात उद्योगों के पुनर्निर्माण एवं अन्य कंपनियों की मदद के लिए निजी कारोबारों को अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) से दो अरब डॉलर की वित्तीय सहायता मिलेगी। आईएफसी विश्व बैंक समूह का एक सदस्य है, जो विकासशील देशों में निजी क्षेत्र को वित्तीय मदद देता है। यह कर्ज अरबों डॉलर के उन अनुदान से अलग है, जो यूक्रेन को दानदाता देशों से मिले हैं। यूक्रेन को कर्ज की इस राशि को निश्चित रूप से चुकाना होगा। यूक्रेन के वित्त मंत्रालय के अनुसार, फरवरी में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से देश में कम से कम 50 लाख लोग रोजगार गंवा चुके हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रीय बैंक का अनुमान है कि इस साल सितंबर तक 11 प्रतिशत कारोबार बंद हो गए और आधे से अधिक कारोबार क्षमता से कम कार्य कर रहे हैं। देश के निजी क्षेत्र को ऋण आगामी वर्षों के लिए अहम होगा, क्योंकि यूक्रेन का वित्त मंत्रालय बजटीय घाटे से जूझ रहा है। इसके अलावा, अनुदान और अन्य विदेशी मदद की गारंटी नहीं है, क्योंकि अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी ने जनवरी में सदन का नियंत्रण अपने हाथ में आने पर इस तरह की मदद को लेकर अनिश्चितता का संकेत दिया है। निजी वित्तीय मदद पाना युद्ध, बाढ़ एवं अन्य आपदाओं का सामना कर रहे देशों के लिए मुश्किल होता है। हार्वर्ड यूनीवर्सिटी में अर्थशास्त्री केनीथ रोगोफ ने कहा, ‘‘आप जोखिम का स्तर देखिए, जो अविश्वसनीय है। यूक्रेन में युद्ध से पहले भ्रष्टाचार चरम पर था और देशको निवेश आकर्षित करने में मुश्किलें हो रही थीं।
Ukraine to get 2 billion in aid to help agriculture oil import business
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