यूक्रेन दक्षिणी शहर खेरसॉन से रूसी सैनिकों के पीछे हटने के बाद स्थिरता के लिए काम कर रहा है। युद्ध के दौरान रूस की सेना द्वारा कब्जा की गई एकमात्र क्षेत्रीय राजधानी खेरसॉन के निवासी, रूसी सैनिकों के नीपर नदी के दूसरी ओर जाने की घोषणा के बाद शहर और आसपास के क्षेत्रों में जश्न मनाने बाहर निकले। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने शनिवार को सोशल मीडिया पर कहा कि रूसी सैन्य बल खेरसॉन से हटने के बाद नदी के पूर्वी तट पर अपने मोर्चे को मजबूत कर रहा है। खेरसॉन क्षेत्र का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा रूसी नियंत्रण में है।
यूक्रेन के अधिकारियों ने आगाह किया कि विशेष सैन्य इकाइयां खेरसॉन शहर पहुंच चुकी हैं। हालांकि अग्रिम मोर्चे की मजबूती के लिए पूर्ण तैनाती जारी है। शुक्रवार को यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने कहा कि कुछ रूसी सैनिक पीछे रह गए हैं और पहचान से बचने के लिए अपनी वर्दी छोड़कर आम लोगों की तरह जा रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार रात वीडियो संबोधन में कहा,‘‘शहर से दुश्मन पूरी तरह गए भी नहीं हैं कि खेरसॉन के लोग रूसी प्रतीकों को हटा रहे हैं। लोग सड़कों और इमारतों से हर तरह के रूसी निशान को मिटा रहे हैं।’’
यूक्रेन के दक्षिणी हिस्से में यूक्रेन का प्रतिरोध बढ़ने के बीच रूस ने घोषणा की है कि उसकी सेना ने नीपर नदी के पार जाने की योजना बनाई है, जो खेरसॉन क्षेत्र और यूक्रेन दोनों को विभाजित करती है। रूस की समाचार एजेंसी ‘तास’ ने खेरसॉन के लिए रूस सरकार द्वारा नियुक्त प्रशासन के एक अधिकारी के हवाले से कहा कि खेरसॉन शहर से लगभग 200 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में आजोव सागर के पास हेनिचेस्क, सैनिकों की वापसी के बाद क्षेत्र की ‘‘अस्थायी राजधानी’’ के रूप में काम करेगा। कंबोडिया के दौरे पर गए यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने कहा, ‘‘हम युद्ध जीत रहे हैं लेकिन यह अब भी जारी है।’’
कुलेबा दक्षिण-पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) की एक बैठक में हिस्सा लेने कंबोडिया गए हैं। दोनेत्सक के गवर्नर पावलो किरिलेंको ने शनिवार को कहा कि पिछले दिन बाखमुट और अवदिवका के आसपास लड़ाई तेज होने के बीच दो नागरिक मारे गए और चार घायल हो गए। यूक्रेन के क्षेत्रीय गवर्नर ने कहा कि दोनेत्सक के पश्चिम में निप्रॉपेत्रोस क्षेत्र में, रूस ने जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के आस पास रिहायशी क्षेत्र में गोलाबारी जारी रखी।
Ukraine working for stability after withdrawal of russian troops from kherson
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