यूक्रेन के ऊर्जा नेटवर्क पर रूसी हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस पर ‘ऊर्जा आतंकवाद’ का आरोप लगाया है। रूस के इस हमले के कारण यूक्रेन में लाखों लोग सर्दी के मौसम में बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं। बृहस्पतिवार की रात अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि देश में करीब 45 लाख लोग बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं। कीव के मेयर विताली क्लिश्को का कहना है कि शुक्रवार को राजधानी कीव में 4,50,000 अपार्टमेंट में बिजली आपूर्ति नहीं हो रही थी। मेयर ने टेलीग्राम पर लिखा है, ‘‘मैं राजधानी के सभी निवासियों से अपील करता हूं: जितना संभव हो बिजली की बचत करें क्योंकि हालात गंभीर बने हुए हैं।’’
सरकारी बिजली कंपनी ‘यूक्रेनेर्गो’ ने शुक्रवार को बताया कि पूरे कीव में आपात बिजली कटौती की जाएगी। रूस ने हाल के सप्ताहों में यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्रों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं। जेलेंस्की ने अपने संबोधन में ऊर्जा क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने की रणनीति को कमजोरी का संकेत बताया। उन्होंने कहा, ‘‘यह तथ्य कि रूस ऊर्जा आतंकवाद का रास्ता अपना रहा है, हमारे दुश्मन की कमजोरी दिखाता है।’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘वे युद्धक्षेत्र में यूक्रेन को नहीं हरा सकते हैं इसलिए हमारे लोगों को तोड़ने (उनकी हिम्मत तोड़ने) की कोशिश कर रहे हैं।’’ गौरतलब है कि राष्ट्रपति जेलेंस्की के इस बयान से पहले रूस के नियंत्रण वाले दक्षिण यूक्रेन के खेरसोन क्षेत्र में मास्को द्वारा नियुक्त प्रशासन ने कहा कि रूसी सेना संभवत: खेरसोन शहर को खाली कर देगी, हालांकि यूक्रेन के प्रशासन को इस दावे पर कुछ ज्यादा भरोसा नहीं है। गौरतलब है कि रूस द्वारा नियुक्त क्षेत्रीय प्रशासन पहले ही सैकड़ों हजारों असैन्य नागरिकों को शहर से बाहर ले जा चुका है और उसका दावा है कि क्षेत्र पर पुन:नियंत्रण के लक्ष्य से यूक्रेन की सेना गोलाबारी कर रही है। क्षेत्रीय सरकार के वहां से हटने के एक सप्ताह बाद प्रशासन ने बृहस्पतिवार को खेरसोन के प्रशासनिक भवन पर लगा रूसी झंडा हटा दिया है।
Ukraines president accuses russia of energy terrorism
Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero