दक्षिणी यूक्रेन के खेरसॉन में रूसी बलों की शुक्रवार को वापसी के बाद यूक्रेनी बल शहर पर फिर से कब्जा करने की दिशा में सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं। रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उसने यूक्रेन के दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र में नीपर नदी के पश्चिमी किनारे से अपने सभी सैनिकों की वापसी पूरी कर ली है। यह कदम यूक्रेन में युद्ध के दौरान रूस के लिए एक और झटका माना जा रहा है। रूस की सरकारी समाचार एजेंसियों ने मंत्रालय के हवाले से एक बयान में कहा कि शुक्रवार सुबह पांच बजे सैनिकों की वापसी पूरी की गयी और अब एक भी सैन्य इकाई वहां नहीं बची है।
जिन क्षेत्रों से रूस की सेना ने वापसी की है उनमें खेरसॉन शहर भी शामिल है। यह एकमात्र क्षेत्रीय राजधानी है जिस पर मॉस्को ने यूक्रेन पर अपने हमलों के दौरान कब्जा किया था। सोशल मीडिया पर उपलब्ध वीडियो और तस्वीरों में स्थानीय लोग गलियों में खुशियां मनाते और मार्च की शुरुआत के बाद से पहली बार खेरसॉन के एक स्मारक पर यूक्रेनी झंडा फहराते दिखे। यूक्रेनी अधिकारियों ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं है कि शहर पर यूक्रेन ने फिर से कब्जा कर लिया है।
यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी के प्रवक्ता एंड्री युसोव ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा कि खेरसॉन को मुक्त कराने के लिए एक अभियान शुक्रवार को जारी है। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जनरल स्टॉफ की आधिकारिक रिपोर्ट के बाद ही शहर पर यूक्रेनी नियंत्रण स्थापित करने के बारे में बात करना संभव होगा।’’ रूसी सेना की वापसी यूक्रेन के लिए एक बड़ी जीत का संकेत है, हालांकि रूस ने खेरसॉन क्षेत्र के लगभग 70 प्रतिशत क्षेत्र पर नियंत्रण बनाए रखा है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शुक्रवार को कहा कि सैनिकों की वापसी के बावजूद मॉस्को खेरसॉन को रूस का हिस्सा मानता है और उन्होंने इस धारणा को खारिज किया कि पीछे हटना रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए अपमानजनक है।
Ukrainian forces preparing to recapture kherson after the withdrawal of russian forces
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