National

केंद्रीय मंत्री ने सत्येंद्र जैन को दिल्ली से बाहर की जेल में स्थानांतरित करने की मांग की

केंद्रीय मंत्री ने सत्येंद्र जैन को दिल्ली से बाहर की जेल में स्थानांतरित करने की मांग की

केंद्रीय मंत्री ने सत्येंद्र जैन को दिल्ली से बाहर की जेल में स्थानांतरित करने की मांग की

नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने जेल में बंद आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्री सत्येंद्र जैन को दिल्ली से बाहर किसी अन्य कारागार में स्थानांतरित करने की रविवार को मांग की। लेखी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में ठग सुकेश चंद्रशेखर के एक पत्र का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि जैन जेल के अंदर उगाही करने में संलिप्त हैं। जैन को धन शोधन के एक मामले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था और वह अभी दिल्ली की मंडोली जेल में बंद हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मैं दिल्ली के उपराज्यपाल, दिल्ली सरकार और न्यायपालिका से जैन को दिल्ली के बाहर किसी अन्य जेल में स्थानांतरित करने का अनुरोध करता हूं क्योंकि वह धन की उगाही जारी रखने के लिए मंत्री के तौर पर अपने पद का दुरूपयोग कर सकते हैं।’’ 

इसे भी पढ़ें: Bypoll results 2022: मोकामा से बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी जीतीं, गोला गोकर्णनाथ बीजेपी प्रत्याशी अमन गिरी हुए विजयी

चंद्रशेखर ने अपने पत्र में कथित तौर पर कहा है कि जैन ने उससे राज्यसभा की सीट के लिए 50 करोड़ रुपये की मांग की थी और दक्षिण भारत में आप का विस्तार करने के लिए 500 करोड़ रुपये उपलब्ध कराने के वास्ते 30 लोगों की व्यवस्था करने को भी कहा था। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा उसके (आप के) खिलाफचंद्रशेखर का इस्तेमाल कर रही है क्योंकि उसे (भाजपा को) गुजरात विधानसभा चुनाव और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव में हार का डर सता रहा है। आप नेताओं ने चंद्रशेखर को भाजपा का ‘स्टार प्रचारक’ बताया और कहा कि वह (भाजपा) गुजरात और एमसीडी चुनावों से पहले उसकी रिहाई सुनिश्चित करेगी तथा उसे पार्टी (भाजपा) का सदस्य बनाएगी। लेखी ने इन आरोपों पर कहा कि चंद्रशेखर भाजपा में शामिल नहीं होगा।

Union minister demands transfer of satyendar jain to jail outside delhi

Join Our Newsletter

Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero