उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में शराबबंदी को असफल करार दिया, कहा- केवल सरकार के कहने से नहीं होगा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों वैसे तो जनता दल के पुराने कुनबे को जोड़ने की कवायद में लगे हैं। जिसके लिए वो लगातार पटना से दिल्ली के चक्कर भी लगाते दिख रहे हैं। शराबबंदी नीतीश कुमार का एक ऐसा निर्णय जिसका जिक्र वो अक्सर कर इसे पूरे देश में लागू किए जाने की मांग भी अक्सर करते दिख जाते हैं। लेकिन उनकी ही पार्टी के सीनियर नेता के बयान ने अब नीतीश कुमार की फजीहत करा दी है। जनता दल यूनाइटेड संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में शराबबंदी सफल नहीं रही है।
कुशवाहा ने हालांकि कहा कि शराबबंदी से समाज को काफी फायदा हुआ है। अगर बिहार में शराब की बिक्री बंद हो जाती है, तो इसकी खपत भी बंद हो जाएगी। कुशवाहा ने कहा कि शराबबंदी तब तक सफल नहीं होगी जब तक कि राज्य के लोग इसे नहीं चाहते। सरकार के चाहने से शराबबंदी कभी भी सफल नहीं हो सकती। हालांकि उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून से समाज को अब बहुत लाभ हुआ है, कम लोग शराब का सेवन करते हैं और परिणामस्वरूप, कम अपराध होते हैं। कुशवाहा ने कहा कि शराबबंदी को और अधिक सख्ती से लागू किया जाए तो समाज को अधिक लाभ होगा।
कुशवाहा के बिहार में शराबबंदी को विफल मानने पर भाजपा ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। भाजपा नेता निखिल ने कहा, "जनता दल यूनाइटेड के नेता उपेंद्र कुशवाहा निस्संदेह नीतीश कुमार से अधिक ईमानदार समाजवादी हैं। शराबबंदी एक विफलता है और अपराध बढ़ रहा है। आनंद ने कहा कि समानांतर अर्थव्यवस्था और अपराध के कारण लोग पीड़ित हैं, जो शराबबंदी के कारण बढ़े हैं।
Upendra kushwaha termed the prohibition of liquor in bihar a failure