उत्तर कोरिया के एक के बाद एक बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण करने को लेकर अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने चीन और रूस पर निशाना साधा है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि उत्तर कोरिया ने इस साल 59 बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है, जो उसकी सैन्य क्षमता से ज्यादा है और इससे उसके पड़ोसी देशों में चिंता और डर पसर गया है। उन्होंने कहा कि 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने साल की शुरुआत से ही उत्तर कोरिया के कदमों की निंदा की है, लेकिन उसे रूस और चीन का समर्थन हासिल है।
रूस और चीन उत्तर कोरिया द्वारा संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का बार-बार उल्लंघन किये जाने को सही ठहराने पर तुले हुए हैं। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत झांग जून ने पटलवार करते हुए कहा कि अमेरिका-दक्षिण कोरिया के व्यापक सैन्य अभ्यास के चलते ही उत्तर कोरिया मिसाइल परीक्षण कर रहा है। उन्होंने कहा कि इन सैन्य अभ्यासों में सैकड़ों युद्धक विमानों को शामिल किया गया है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र में रूस की उप राजदूत अन्ना एवेस्टिग्नीवा ने कोरिया प्रायद्वीप में बिगड़ती स्थिति के लिए अमेरिका को जिम्मेदार बताया।
उन्होंने कहा कि अमेरिका दबाव और ताकत का इस्तेमाल करके कोरियाई प्रायद्वीप को एकतरफा निरस्त्रीकरण के लिए मजबूर करना चाहता है, जिसकी वजह से वहां स्थिति बिगड़ रही है। उन्होंने 31 अक्टूबर को शुरू हुए अमेरिका-दक्षिण कोरिया अभ्यास को अभूतपूर्व बताया और दावा किया कि ये उत्तर कोरिया पर हमला करने का पूर्वाभ्यास है।
Us blames china and russia for north koreas missile test
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