महाराष्ट्र और सौराष्ट्र की टीमें विजय हजारे ट्रॉफी एकदिवसीय टूर्नामेंट के फाइनल में शुक्रवार को जब एक दूसरे के सामने मैदान में उतरेंगी तो बल्ले से शानदार लय में चल रहे रुतुराज गायकवाड़ के सामने घरेलू दिग्गज जयदेव उनादकट की धारदार गेंदबाजी से पार पाने की चुनौती होगी। सौराष्ट्र के उनादकट के शुरुआती स्पैल का सेमीफाइनल में कर्नाटक के बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। वहीं, महाराष्ट्र के सलामी बल्लेबाज गायकवाड़ ने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में क्रमश: उत्तर प्रदेश और असम के खिलाफ बड़ी शतकीय पारियां खेलकर टीम की जीत सुनिश्चित की।
गायकवाड़ टीम के शुरुआती कुछ मैच नहीं खेल सके थे लेकिन फिर भी उन्होंने टूर्नामेंट के चार मैचों में ही 552 रन ठोक दिये हैं। इसमे एक ओवर में सात छक्के लगाने का लिस्ट ए रिकॉर्ड भी शामिल है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के खिलाफ इस मैच में 220 रन बनाये और फिर असम के खिलाफ सेमीफाइनल में 168 रन की पारी खेली। उनके टीम के साथी अंकित बावने ने इस दौरान आठ मैचों में 571 रन बनाये है।राहुल त्रिपाठी ने लीग चरण के दौरान 524 रन बनाये लेकिन वह फाइनल के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। राहुल तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के लिए बांग्लादेश में हैं। इसकी तुलना में सौराष्ट्र की बल्लेबाजी में ज्यादा दमखम नहीं दिखा है। समर्थ व्यास (431 रन) टीम के सर्वोच्च रन स्कोरर है लेकिन टूर्नामेंट के शुरुआती दौर में दोहरा शतक बनाने के बाद उन्होंने लय गंवा दी। विकेटकीपर हार्विक देसाई ने इस दौरान प्रभावित करते हुए 390 रन बनाये।
बल्ले से गायकवाड़ की जैसी मौजूदगी महाराष्ट्र की टीम में है सौराष्ट्र के लिए गेंद से वही काम उनादकट कर रहे है। बीते रणजी सत्र में 67 विकेट लेने वाले अनुभवी उनादकट ने इस एकदिवसीय टूर्नामेंट में अब तक 3.43 की औसत से रन खर्च किये है और 18 विकेट चटकाये है। टीम के बाएं हाथ के स्पिनर धर्मेंद्र जडेजा (15 विकेट) और तेज गेंदबाज चेतन सकारिया (12 विकेट) ने भी किफायती गेंदबाजी के साथ विकेट चटकाकर प्रभावित किया है। ऐसे में यह मुकाबला सौराष्ट्र के गेंदबाजों और महाराष्ट्र के बल्लेबाजों के बीच होगा। मैच सुबह नौ बजे से शुरू होगा।
Vijay hazare trophy challenge in front of maharashtra batsmen and saurashtra bowlers in final
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