‘वे सिद्ध कर दें यह पूरी तरह से सत्य नहीं, मैं फिल्में बनाना छोड़ दूं’, IFFI के ज्यूरी हेड को विवेक अग्निहोत्री का चैलेंज
द कश्मीर फाइल्स को लेकर IFFI के ज्यूरी हेड के बयान पर बवाल मचा हुआ है। इसी को लेकर फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री का बयान सामने आया है। विवेक अग्निहोत्री ने साफ तौर पर IFFI के ज्यूरी हेड को चुनौती दी है कि अगर वह इस बात को सिद्ध कर दें कि द कश्मीर फाइल्स का एक भी शॉट, एक डायलॉग, एक भी इवेंट पूरी तरह सत्य नहीं है तो मैं फिल्में बनाना छोड़ दूंगा। अपने बयान में विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि मैं सभी बुद्धिजीवियों व जो फिल्म मेकर इजरायल से आए हैं उन्हें चैलेंज करता हूं कि कश्मीर फाइल्स का एक शॉट, एक डायलॉग या एक भी इवेंट अगर वे सिद्ध कर दें कि यह पूरी तरह से सत्य नहीं है तो मैं फिल्में बनाना छोड़ दूंगा।
अपने बयान में निर्देशक ने आगे कहा कि कल IFFI गोवा में ज्यूरी हेड ने कहा कि कश्मीर फाइल्स एक प्रोपगेंडा फिल्म है, यह मेरे लिए नई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह आश्चर्यजनक है कि भारत सरकार द्वारा आयोजित भारत सरकार के मंच पर कश्मीर को भारत से अलग करने वाले आतंकवादियों के नैरेटिव को सपोर्ट किया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 700 लोगों के पर्सनल इंटर्व्यू के बाद इस फिल्म को बनाया गया, क्या वे सभी लोग प्रोपगेंडा कर रहे थे? दूसरी ओर IFFI के ज्यूरी हेड के बयान पर फिल्म के अभिनेता अुनपम खेर ने कहा कि अगर प्रलय सही है तो कश्मीरी पंडितों का पलायन भी सही है। ये पूर्व नियोजित लगता है क्योंकि इसके बाद टूलकिट गैंग सक्रिय हो गए। उनके लिए इस तरह का बयान देना शर्मनाक है।
IFFI के ज्यूरी हेड नदव लापिड द्वारा कश्मीर फाइल्स पर दिए गए बयान पर इज़राइल के महावाणिज्यदूत कोब्बी शोशानी ने कहा कि जब मैंने फिल्म देखी तो मेरी आंखों से आंसू आ गए। मैं किसी को माफी मांगने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। यदि आप व्यक्तिगत रूप से पूछते हैं तो मुझे लगता है कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इस पर अनुपम खेर ने कहा कि आज उन्होंने(कोब्बी शोशानी) मुझे बताया कि वे मुझसे माफी मांगना चाहते हैं। मैंने कहा कि उसे ऐसा करने की जरूरत नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि यह उसकी अच्छाई है। उन्होंने कहा कि उन्हें फिल्म पसंद आई, फिल्म सच्ची घटना पर है। इससे रिश्ते और मजबूत हुए हैं।
Vivek agnihotri challenges to iffi jury head