MP और छत्तीसगढ़ में क्या गुल खिलायेगी BJP की रणनीति ? मिशन मोड में जुटी पार्टी
अगले साल होने वाले मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तैयारियों की रूपरेखा तय करने और संगठन को दुरुस्त करने के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दोनों राज्यों के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। भाजपा के पुराने मुख्यालय 11, अशोक रोड में हुई इन अलग-अलग बैठकों का उद्देश्य अगले साल दोनों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के संबंध में भाजपा की तैयारियों का जायजा लेना और आगे की रणनीति तैयार करना था। ज्ञात हो कि इन दोनों ही राज्यों के पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था।
प्रभासाक्षी के खास साप्ताहिक कार्यक्रम 'चाय पर समीक्षा' में संपादक नीरज कुमार दुबे ने दोनों राज्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में भाजपा कम अंतर से हारी थी लेकिन फिर 14 महीने के वनवास को समाप्त करने के लिए नरोत्तम मिश्रा काफी मेहनत की। हालांकि उनकी पहली कोशिश विफल हुई थी लेकिन फिर उनकी रणनीति सफल साबित हुई थी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान लोकप्रिय नेता है और वो न सिर्फ हिंदुओं के बीच में बल्कि सभी वर्गों और धर्मों के लोगों ने बीच में लोकप्रिय हैं। ऐसे में नहीं लगता है कि मध्य प्रदेश में भाजपा के पास कोई और दूसरा चेहरा है।
चाय पर समीक्षा कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के विषय पर भी चर्चा हुई। आपको बता दें कि अंदरखाने की खबर है कि भाजपा विधानसभा चुनावों के लिए छत्तीसगढ़ में नया चेहरा तलाश कर रही है। जिसका मतलब साफ है कि पार्टी इस बार के चुनावों में रमन सिंह के चेहरे पर दांव नहीं लगाना चाहती है। ऐसे में प्रभासाक्षी के संपादक ने बताया कि भाजपा अपनी पुरानी रणनीति के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ सकती है और फिर चुनावों बाद तय हो सकता है कि प्रदेश की कमान किसे सौंपी जाए। क्योंकि पार्टी पिछले चुनावों में बुरी तरह से हारी थी और उसके बाद उपचुनाव में भी भाजपा को असफलता ही हाथ लगी थी।
मामा का बुलडोजर
उत्तर प्रदेश से सीख लेते हुए मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बुलडोजर लगातार अपराधियों के खिलाफ कहर बरपा रहा है। क्योंकि हाल ही में संपन्न हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बाबा बुलडोजर के तौर पर छवि उभर कर सामने आई थी।
चुनावी मोड में भाजपा
बता दें कि अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और अब भाजपा पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है, अभी से ही चुनाव को लेकर भाजपा अपने सधे हुए कदम बढ़ा रही है। पार्टी का खास जोर आदिवासी वोट बैंक पर है, यही कारण है कि पार्टी के बड़े नेताओं के राज्य में दौरे हो रहे हैं और यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभ आदिवासियों को मिल रहे हैं कि नहीं।
- अनुराग गुप्ता
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